फलकनुमा महल संक्षिप्त जानकारी
स्थान | फलकनुमा, हैदराबाद, तेलंगाना (भारत) |
निर्माण | (1884-1893) |
निर्माता | नवाब विकार-उल-उमरा |
प्रकार | महल |
फलकनुमा महल का संक्षिप्त विवरण
फलकनुमा पैलेस, भारतीय राज्य तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद शहर में स्थित एक शानदार फाइव स्टार होटल है। इस पैगाह का सम्बन्ध हैदराबाद स्टेट से है, जिसे बाद में निजामों द्वारा कब्ज़ा लिया गया था। फलकनुमा का शाब्दिक अर्थ “आसमान की तरह” अथवा “आसमान का आइना” होता है। अगर कभी भी हैदराबाद घूमने जाए तो इस खूबसूरत पैलेस को देखने न भूले।
फलकनुमा महल का इतिहास
यह पैलेस हैदराबाद के श्रेष्ठ स्थानों में से एक है। इसका निर्माण नवाब विकार-उल-उमरा जोकि हैदराबाद के प्रधान मंत्री थे और छठे निजाम के चाचा और दामाद द्वारा किया गया था। इस महल की रचना एक अंग्रेजी शिल्पकार ने की थी।
इसकी रचना की आधारशिला 3 मार्च 1884 को सर वाईकर के द्वारा रखी गयी थी। वे खुद्दुस के पर पोते तथा सर चार्ल्स डार्विन के मित्र वैज्ञानिक थे।
हैदराबाद के प्रधान मंत्री नवाब विकार-उल-उमरा इस स्थान को अपने निजी निवास के तौर पर तब तक प्रयोग करते रहे, जब तक कि इसका अधिपत्य उनके पास रहा, बाद में उनकी पत्नी लेडी उल उमरा ने यह पैलेस हैदराबाद के छठे निजाम को उपहार स्वरूप सौंप दिया गया, जिसके बदले में उन्हें इस पर खर्च किया हुआ पूरा पैसा मिल गया। इस महल को निजाम नें शाही अतिथि गृह की तरह से प्रयोग करना शुरू कर दिया, क्यूंकि इससे पूरे शहर का नज़ारा देखने को मिलता था।
फलकनुमा महल के रोचक तथ्य
- यह पैलेस पूर्ण रूप से इतालवी संगमरमर के साथ रंगीन ग्लास खिड़कियों के साथ बनाया गया है और करीब 1,011,500 वर्ग फुट के क्षेत्रफल में फैला हुआ है।
- यह महल एक बिच्छू के आकार में बनाया गया था जिसमें दो पंख के रूप में उत्तर में फैला हुआ है।
- पैलेस के मध्य भाग में मुख्य भवन, रसोईघर, गोल बांग्ला, ज़ेनाना महल और हरम क्वार्टर दक्षिण में फैला हुआ है।
- इस महल की संरचना में कुल 9 वर्षों का समय लगा था।
- उस समय महल का निर्माण लगभग 40 लाख रुपये की लागत से किया गया था।
- सन 1883 में ओस्लेर के द्वारा इस पैलेस में टेलीफ़ोन तथा विद्युत् सिस्टम की सेवा शुरूआत की गयी थी।
- आंकड़ो के अनुसार इस पैलेस में उपलब्ध स्विच बोर्ड्स भारत के उपलब्ध सबसे बड़े स्विच बोर्ड्स में से एक हैं।
- यह महल 1950 के दशक में गिर गया था। यहाँ आने वाले अंतिम महत्वपूर्ण अतिथि साल 1951 में आये भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद थे।
- यह महल निजाम परिवार की निजी संपत्ति थी और साल 2000 तक आम तौर पर जनता के लिए खुला नहीं था। बाद में महल को ताज समूह ने पट्टे पर ले लिया था।
- सन 2000 में ताज होटल ग्रुप ने इसे लग्जरी होटल के रूप में बदलने की शुरुआत की और नए बदलावों के साथ इसे नवंबर 2010 में फिर से शुरू किया गया, जिसे मुकरराम जहां की पहली पत्नी राजकुमारी इसरा द्वारा प्रबंधित किया जाता है।
- इस पैलेस के डाइनिंग हॉल में एक साथ 101 मेहमानों के बैठने की सुविधा है, जिसे विश्वका सबसे बड़ा डाइनिंग हॉल माना जाता है। यहाँ की कुर्सियां हरे रंग के चमड़े के असबाब के साथ नक्काशीदार रोसवुड से बनी हैं।
- इस पैलेस में 220 कमरे हैं और 22 हॉल हैं। इस होटल में एक लाइब्रेरी भी है, जिसमें कई मनुस्क्रिप्ट्स का संकलन है।
- होटल में एक बिलियर्ड्स रूम भी है, जिसका टेबल अपने आप में अनोखा है। इस तरह के दो टेबल बनाए गए थे, जिनमें एक इंग्लैंड के बर्किंघम पैलेस में है।
- साल 2017 में हैदराबाद में हुए 8वें ग्लोबल एंटरप्रेन्योरशिप समिट में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेटी और उनकी सलाहकार इवांका ट्रंप ताज फलकनुमा पैलेस में ही ठहरे थे।
- बॉलीवुड एक्टर सलमान खान की बहन अर्पिता की शादी दिल्ली के बिजनेसमैन आयुष शर्मा से ताज फलकनुमा पैलेस में ही हुई थी, जिसके लिए सलमान ने इस पैलेस को करीब 3 करोड़ रुपये में बुक किया था।
- 32 एकड़ में फैला हुआ हैदराबाद का ताज फलकनुमा पैलेस चारमीनार से मात्र 5 कि.मी. की दूरी पर स्थित है।