हम्पी कर्नाटक संक्षिप्त जानकारी
स्थान | बेल्लारी जिला, कर्नाटक (भारत) |
निर्माण | 1336 से 1570 |
निर्माता | विजयनगर के शासक हरियर और बुक्का नामक दो भाईयों द्वारा |
प्रकार | प्राचीन शहर |
हम्पी कर्नाटक का संक्षिप्त विवरण
हम्पी दक्षिण भारत के कर्नाटक में स्थित एक धार्मिक शहर है जो प्राचीन विजयनगर साम्राज्य की राजधानी भी हुआ करता था। इसमे एक हम्पी नामक मंदिर भी स्थापित है। यह मंदिर तुंगभद्रा नदी के दक्षिणी तट पर स्थित है। यह शहर अपने समय में सबसे बड़े राजसी और सबसे बड़े शहरों में से एक था। इस शहर की स्थापना 13 वीं शताब्दी के दौरान 'विजयनगर' के शासको ने की थी।
हम्पी कर्नाटक का इतिहास
इसको परंपरागत रूप से पम्पा-क्षेत्र, किश्किधा-क्षेत्र या भास्कर-क्षेत्र के रूप में जाना जाता है जिसमे पम्पा नाम हिंदू धर्मशास्त्रानुशार देवी पार्वती के नाम से लिया गया है। हम्पी की स्थापना 1336 से 1570 के बीच विजयनगर के प्रसिद्ध शासको हरियर और बुक्का नामक दो भाईयों ने की थी।
प्रारंभ में हम्पी एक धार्मिक और शैक्षिक गतिविधियों का स्थान था परंतु कुछ समय पश्चात ही इसे विजयनगर साम्राज्य की राजधानी बना दिया गया। विजयनगर साम्राज्य पर कई बार अलाउद्दीन खलजी व मुहम्मद बिन तुगलक और पडोसी राज्यों ने हमला किया परंतु हर बार जीत विजयनगर साम्राज्य की ही होती थी परंतु जब 1565 में राक्षसी तांगडी युद्ध (तालीकोटा युद्ध) लड़ा गया तो विजयनगर साम्राज्य बीजापुर, अहमदनगर और गोलकुंडा से हार गया और विजयनगर का अस्तित्व समाप्त हो गया परंतु हम्पी को ज्यादा नुकसान नही पहुंचा।
हम्पी कर्नाटक के रोचक तथ्य
- इसकी स्थापना वर्ष 1336 में होशियाल वंश के हरियर और बुक्का नामक दो भाईयों ने की थी। यह क्षेत्र 4,24 हेक्टेयर में फैला है।
- इसके खंडहरों की खोज वर्ष 1800 में ब्रिटिश विभाग के अधिकारी सर कर्नल कॉलिन मैकेंज़ी द्वारा की गई थी।
- यह प्राचीन शहर ग्रेनाइट पत्थरों द्वारा गठित पहाड़ी इलाके में स्थित है जिसमे 41.5 वर्ग किलोमीटर के भीतर लगभग 1,600 ऐतिहासिक स्मारके स्थित हैं।
- इसका सबसे पुराना मंदिर विरुपक्ष मंदिर है जो तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए मुख्य गंतव्य स्थान है यह छोटे मंदिरों का संग्रह है जिसमे एक 50 मीटर ऊँचा गोपुरम, एक हिंदू मठ, अद्वैत वेदांत परंपरा के विद्याल और एक समुदायिक रसोई सम्मिलित है।
- इस शहर में एक ऐतिहासिक मंदिर भी है जिसमें विस्तृत नक्काशी और भगवान गणेश की एक विशाल मूर्ति है जिसकी ऊंचाई 4.5 मीटर है।
- इसमें एक विठ्ठला मंदिर भी है जो की भगवान कृष्ण को समर्पित है यह सबसे कलात्मक रूप से परिष्कृत हिंदू मंदिर है, और विजयनगर के पवित्र केंद्र का हिस्सा है। इसमें एक रथ के रूप में एक गरुड़ मंदिर है जिसके ऊपर एक बड़ा चौकोर अक्षीय सभा मंडप स्थित है।
- हम्पी शहर का अध्ययन बर्टन स्टीन और अन्यएल जैसे विद्वानों द्वारा तीन व्यापक क्षेत्रों में किया गया है जिसमे पहले क्षेत्र को "पवित्र केंद्र" नाम, दूसरे क्षेत्र को "शहरी केंद्र" या "शाही केंद्र" का नाम दिया गया है और तीसरे क्षेत्र को महानगरीय विजयनगर कहा जाता है।
- इसमें स्थित विरुपक्ष मंदिर द्रविड़ वास्तुकला की सर्वश्रेस्ट संरचना में से एक है जो की विरुपक्ष देवता को समर्पित है।
- शहर में कई मंदिर है जिसमे हज़ारारामा मंदिर भी सम्मिलित है इसमें जानवरों, देवताओं और लोगों को चित्रित किया गया है जोकि एक जटिल नक्काशी उदहरण है।
- इसमें स्थित विरुपक्ष मंदिर द्रविड़ वास्तुकला की सर्वश्रेस्ट संरचना में से एक है जो की विरुपक्ष देवता को समर्पित है।