मनाली कुल्लू संक्षिप्त जानकारी
स्थान | मनाली, कुल्लू जिला, हिमाचल प्रदेश (भारत) |
ऊँचाई | 2,050 मीटर |
प्रकार | घाटी, पर्यटन स्थल |
मनाली कुल्लू का संक्षिप्त विवरण
भारतीय राज्य हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में स्थित मनाली पर्यटन की दृष्टि से बेहद ही खास है। हिमाचल प्रदेश भारत का एक ऐसा राज्य है जो भारतीय कला, इतिहास, संस्कृति, आध्यात्मिकता और अद्भुत प्राकृतिक वातावरण का बेजोड़ मिश्रण है। मनाली भारत के सबसे ठंडे स्थानों में से एक है, जिसके कारण यह स्थान प्रत्येक वर्ष लाखो की संख्या में पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
मनाली कुल्लू का इतिहास
16वीं शताब्दी के बाद औपनिवेशिक काल में मनाली को अंग्रेजों द्वारा सेब के पेड़ और ट्राउट (एक विशेष प्रकार की मछली) के लिए उपयोग किया जाता था। यह क्षेत्र सेब के पेड़ो के लिए इतना अनुकूल था कि जब सेब के पेड़ों को यहाँ लगाया गया, तो वह बहुत तेज़ी से बढने लगे और उनके ऊपर सेब इतनी अधिक मात्रा में फलने लगे थे कि वृक्षों की टहनियां उनके भार से गिर जाती थी।
इस क्षेत्र को भारत के प्रथम प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू ने भी इस स्थान को पहाड़ों पर ट्रेकिंग करने के लिए विकसित करने का काम किया था। वर्ष 1980 के दशक के बाद मनाली के पर्यटन को जबरदस्त बढ़ावा मिला क्यूंकि कश्मीर से बड़ी मात्रा में लोग यहाँ प्रवास कर रहे थे, जिस कारण जो गांव कभी सुनसान रहा करता थे वह भी अब कई होटलों और रेस्तरों वाले एक भीड़-भाड़ वाले शहर में परिवर्तित हो गये है।
मनाली कुल्लू के रोचक तथ्य
- पर्यटन की दृष्टि से मनाली भारत के सबसे ज्यादा भ्रमण किये जाने वाले स्थानों में से एक है, जो भारतीय राज्य हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में स्थित है।
- मनाली भारत के सबसे ऊँचे स्थानों में से एक है, जो लगभग 1,800 मीटर से 2,000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
- यह अद्भुत और भव्य पर्यटन स्थल कुल्लू घाटी के उत्तरी छोर के समीप स्थित व्यास नदी की घाटी में अवस्थित है।
- ऐसा माना जाता है कि यह स्थल सप्तर्षि (सात ऋषियों) जैसे प्रसिद्ध लोगो का निवास स्थान था, जिस कारण इस क्षेत्र को भारतीय संस्कृति और विरासत के रूप में भी देखा जाता है।
- यह भारत के सबसे ठंडे स्थानों में से एक है, जहाँ गर्मी के दिनों में औसत तापमान लगभग 10°C से 26 °C और सर्दी के दिनों में −15°C से 12 °C के बीच रहता है।
- इस स्थान का नाम मनु के नाम पर रखा गया है, जिस का शाब्दिक अर्थ मनु का निवास-स्थान है।
- मनाली से लगभग 6 कि.मी. की दूरी पर स्थित वशिष्ठ नामक एक छोटा सा गांव है, जिसका नाम वशिष्ठ ऋषि के नाम पर रखा गया है। ऐसा माना जाता है कि यह गाँव लगभग 4000 साल से भी पुराना है, जहाँ एक प्रसिद्ध हिन्दू मंदिर “वशिष्ठ मंदिर” भी स्थापित है।
- इस प्रसिद्ध स्थान के दक्षिण क्षेत्र में नाग्गर किला स्थित है, जिसे पाल साम्राज्य के शासको द्वारा बनवाया गया था। यह किला चट्टानों, पत्थरों और लकड़ियों से मिलकर बना है जो इसकी खुबसूरती को और भी बढ़ा देते है, यह किला बाद में एक होटल के रूप में परिवर्तित कर दिया गया था।
- वर्ष 1553 ई. में निर्मित हिडिम्बा देवी मंदिर भी है। यह मंदिर राजकुमार भीम की पत्नी हिडिम्बा को समर्पित है। यह मंदिर अपने 4 मंजिला शिवालय और अद्भुत कलाकृति के लिए विख्यात है, इसे देखने के लिए लाखो की संख्या में लोग मनाली आते है।
- मनाली से लगभग 27 कि.मी. की दूरी पर रहला झरना स्थित है। यह भारत के सबसे ऊँचे झरनों में से एक है, जो लगभग 2,501 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
- कुल्लू मनाली से लगभग 13 कि.मी. उत्तर पश्चिम में स्थित सोलंग घाटी इसका सबसे लोकप्रिय स्थान है, जिसे यहाँ का स्नोफॉल पॉइंट भी कहा जाता है।