ओरछा किला परिसर संक्षिप्त जानकारी

स्थानओरछा, टिकमगढ़ जिला, मध्य प्रदेश (भारत)
निर्माण16वीं-17वीं शताब्दी
निर्माताराजा रुद्र प्रताप सिंह
प्रकारकिला

ओरछा किला परिसर का संक्षिप्त विवरण

भारत का हृदय कहा जाने वाला मध्य प्रदेश पूरे विश्व में अपनी प्राकृतिक खूबसूरती, ऐतिहासिक स्मारकों, सुंदर पहाड़ो और किलो के लिए प्रसिद्ध है। भारतीय राज्य मध्य प्रदेश में स्थित ओरछा किला भारत के सबसे सुंदर और भव्य किलो में से एक है जो न केवल अपनी कलाकृति के लिए बल्कि अपने यहाँ के शांत वातारण के लिए भी पूरे विश्व भर में प्रसिद्ध है।

ओरछा किला परिसर का इतिहास

इस भव्य किले का निर्माण वर्ष 1501 ई. में राजा रुद्र प्रताप सिंह ने करवाया था। इस किले के अन्दर भवन और मंदिर दोनों ही मौजूद है। इस किले के भीतर स्थित राज महल और राम मंदिर की स्थापना राजा मधुरकर सिंह ने द्वारा की गई थी, जिसने यहाँ वर्ष 1554 से 1591 तक राज किया था।

ओरछा किला परिसर के रोचक तथ्य

  1. इस लोकिप्रिय किले का निर्माण वर्ष 1501 ई. में ओरछा के प्रसिद्ध शासक राजा रुद्र प्रताप सिंह द्वारा करवाया था।
  2. यह किला भारत के सबसे खुबसुरत राज्यों में से एक मध्य प्रदेश के टिकमगढ़ जिले में ओरछा नामक स्थान पर स्थित है।
  3. इस किले का परिसर बेतवा नदी और जामनी नदी के संगम द्वारा गठित एक द्वीप के भीतर है स्थित है। इस किले के पूर्व में बाजार स्थित है जिसमे ग्रेनाइटके पत्थरों से निर्मित एक 14 मेहराब वाला पुल स्थित है।
  4. यह किला ओरछा नामक नगर में स्थित है, जिसकी टीकमगढ़ नगर से दुरी लगभग 80 कि.मी. है और इससे झाँसी की दुरी मात्र 15 कि.मी. है।
  5. इस किले के भीतर स्थित राजा महल का निर्माण लगभग 16वीं शताब्दी के शुरुआत में किया गया था परंतु इस महल को 1783 ई. तक राजा और रानियों द्वारा छोड़ दिया गया था।
  6. इस किले में स्थित राजा महल की वास्तुकला शैली ओरछा की प्राचीन वास्तुकला शैली पर आधारित है जिस कारण इसे यह सिखने में बहुत ही साधारण दिखता है, इस महल की दीवारों पर देवी देवताओं, पौराणिक पशुओं और लोगों के चित्रों को बनाया गया है।
  7. राजा महल का निर्माण इस तरह से किया गया है की यह दिखने में बहुत ही आकर्षक लगता है, इसके आंतरिक दीवारों पर भगवान विष्णु की’ मूर्तियां बनाई गई हैं। इस महल में कई गुप्त मार्ग होने के भी दावे किये जाते रहे हैं।
  8. इस किले के परिसर में स्थित शीश महल इसके बाकी दो और किलो से जुड़ा हुआ है, यह एक शाही निवास का स्थान था जोकि राजा उदेत सिंह के लिए बनाया गया था।
  9. शीश महल के अंदर एक ऊँची और नक्काशीदार वाली एक छत वाला महाकक्ष मौजूद है, इस महल को वर्तमान में एक होटल में परिवर्तित कर दिया गया है जिसमे रहने के लिए हजारो की संख्या में सेलानी यहाँ आते है।
  10. इस किले का सबसे प्रसिद्ध जहांगीर महल वर्ष 1605 ई. में बीर सिंह देव द्वारा मुगल सम्राट जहाँगीर के लिए बनाया गया था, जो मात्र 1 रात के लिए राजा के मेहमान के रूप में आए थे।
  11. जहाँगीर महल को मुस्लिम और राजपूत वास्तुकला शैली में बनाया गया था, जोकि एक वर्गाकार संरचना है, इसमें 8 बड़े गुंबद भी बनाये गये है।
  12. जहाँगीर महल 2 मंजिला है, जिसमें महराबदार कमरे, रंगमंच, जाली वाली खिड़कियां, चित्र, और एक छोटा-सा पुरातात्विक संग्रहालय भी मौजूद है।
  13. इस किले की सबसे खुबसुरत जगह है इसका फूल बाग जोकि काफी उचित ढंग से बनाया गया बगीचा हैं, जिसमें पानी के फव्वारे की एक रेखा है जो "महल-मंडप" में समाप्त होती है, जिसमें 08 खंभे भी स्थित हैं।

  Last update :  Wed 3 Aug 2022
  Post Views :  14287
हैदराबाद तेलंगाना के गोलकुंडा किला का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
ग्वालियर मध्य प्रदेश के ग्वालियर किला का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
जोधपुर राजस्थान के मेहरानगढ़ किला का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
जैसलमेर राजस्थान के जैसलमेर किला का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
जयपुर राजस्थान के आमेर किला आंबेर का किला का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
आगरा उत्तर प्रदेश के आगरा का किला का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
विल्लुपुरम तमिलनाडु के जिंजी किला का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
राजसमंद राजस्थान के कुम्भलगढ़ किला का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
चित्तौड़गढ़ राजस्थान के चित्तौड़गढ़ किला का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
कांगड़ा हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा किला का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
मंड्या जिला कर्नाटक के श्रीरंगपटना किला का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी