से कैथेड्रल संक्षिप्त जानकारी
स्थान | गोवा, भारत |
निर्माणकाल | 16वीं शताब्दी |
निर्माण (किसने बनवाया) | पुर्तगालियों द्वारा |
स्थापत्य शैली | पुर्तगाली शैली |
प्रकार | चर्च (गिरजाघर) |
से कैथेड्रल का संक्षिप्त विवरण
गोवा में स्थित सेंट केथेड्रल चर्च भारत का सबसे बड़ा चर्च है। यह राज्य के सबसे ऐतिहासिक गिरजाघरों में से एक हैं। गोवा में बने अनेक गिरजाघरो को तो यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल की सूची में भी शामिल किया जा चुका हैं। क्षेत्रफल के हिसाब से गोवा भारत का सबसे छोटा और जनसंख्या के हिसाब से चौथा सबसे छोटा राज्य है। देश का सबसे छोटा राज्य सम्पूर्ण विश्व में अपने खूबसूरत समुंद्र तटों और स्थापत्य के लिये मशहूर है।
से कैथेड्रल का इतिहास
गोवा में बना सेंट कैथेड्रल राज्य का सबसे विशाल और आकर्षक गिरजाघर है। इस भव्य स्मारक का निर्माण पुर्तगाली शासनकाल के दौरान रोमन केथोलिकों द्वारा 16वीं शताब्दी में (साल 1562 के 1619 मध्य) किया गया था। इस भव्य चर्च में सेंट फ्रांसिस के जीवन के प्रसंगों को विभिन्न चित्रों के माध्यम से जीवत करने का प्रयास किया गया है। इस चर्च की खूबसूरती यहाँ आने वाले पर्यटकों का मन मोह लेती है।
से कैथेड्रल के रोचक तथ्य
- गोवा का सेंट केथेड्रल भारत का सबसे बड़ा चर्च है।
- यह ऐतिहासिक स्मारक अलेक्जेंड्रिया के कैथरीन को समर्पित है, जिनके भोज्य दिवस पर वर्ष 1510 में अल्फोंसो अल्बूकर्क ने मुस्लिम सेना को पराजित करके गोवा शहर का स्वामित्व लिया था।
- इसे चर्च को सेंट केथेरिन का केथेड्रल भी कहा जाता हैं और यह पुर्तगाली शासनकाल में बने किसी भी चर्च से बड़ा है।
- 16वीं शताब्दी में निर्मित इस भव्य चर्च को बनाने में लगभग 57 वर्ष का समय लगा था।
- इस आकर्षक इमारत की लंबाई 250 फीट, चौड़ाई 181 फीट और ऊँचाई 115 फीट है।
- इस भव्य स्मारक का निर्माण पुर्तगाली-गोथिक शैली में टस्कन बाह्य सज्जा तथा कोरिंथयन अंदरुनी सजाबट के साथ किया गया है।
- इस चर्च के आंतरिक भाग कलात्मक संत पाँच घंटियों से सुशोभित है।
- पुर्तग़ाली वाइसराय, रिडोंडो द्वारा इस विशाल चर्च को ऐसे रूप में स्थापित किया था, जहां पर संपत्ति, शक्ति और प्रसिद्धि हो, तथा जो अटलांटिक से प्रशांत महासागर तक समुद्र पर कब्जा कर सके।
- केथेड्रल के स्तंभ गृह में प्रसिद्ध घंटा है जो गोवा में सबसे बड़ा तथा दुनिया में एक सबसे उत्तम कृति माना जाता है, जिसे बहुधा अपनी शानदार आवाज के लिए ''स्वर्ण घंटी'' कहा जाता है।
- इस भवन के मुख्य पूजा गृह में एक बड़ी सी सोने का आवरण चढ़े हुए वेदी पटल भी स्थापित हैं।
- सेंट केथेरिन को समर्पित इस केथेड्रल के 6 मुख्य पैनलों पर उनके जीवन के दृश्य तराशे गए हैं।
- स्मारक के बांईं ओर के कमरे में साल 1532 के दौरान बपतिस्मा के अक्षर भी अंकित किए गए हैं।
- गोवा में बना सेंट केथेड्रल चर्च एशिया का सबसे बड़ा चर्च (गिरजाघर) है।
- गोवा में बने इस सुन्दर स्मारक को देखने के लिए दुनिया भर से हजारों-लाखों लोग आते हैं और इस चर्च को सभी धर्मों के लोगों द्वारा एक बहुत ही प्रसिद्ध धार्मिक स्थल के रूप में माना जाता है।
- गोवा में सुन्दर समुद्र तटों के अलावा अंबोली, सावंतवाड़ी, चोरला घाट, चपोली डेम, चर्च ऑफ सेंट मोनिका, महालक्ष्मी मंदिर,अर्वलेम केव्स या पांडव गुफाएं, अर्वलेम झरना, चैपल ऑफ सैंट एंथोनी और अगौड़ा किला जैसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल भी मौजूद हैं।