शिवनेरी किला संक्षिप्त जानकारी
स्थान | जुन्नार, पुणे जिला, महाराष्ट्र राज्य (भारत) |
स्थापना | 17वीं शताब्दी |
निर्माण (किसने बनवाया) | यादवों द्वारा |
प्रकार | स्मारक भवन |
वास्तुकला | पहाड़ी वास्तुशिल्प कला |
नियंत्रणकर्ता | मराठा साम्राज्य ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी, भारत सरकार |
शिवनेरी किला का संक्षिप्त विवरण
शिवनेरी किला भारत के महाराष्ट्र राज्य के पुणे शहर में जुन्नर गांव में स्थित है। यह महाराष्ट्र का एक ऐतिहासिक किला है, क्योंकि यह छत्रपती शिवाजी का जन्मस्थान है। इस किले का निर्माण 17वीं शताब्दी में यादवों द्वारा नानेघाट पहाड़ी पर किया गया था , जिसके साथ ही इसकी ऊंचाई लगभग 3500 फीट है।
शिवनेरी किला का इतिहास
पुणे जिले में सबसे पहले शिवनेरी चालुक्य और राष्ट्रकूटों का शासन था। लगभग 1170 ई॰ से 1308 ई॰ के मध्य यादवों ने यहाँ शासन किया था। इसी अवधि में शिवनेरी किला नानेघाट पहाड़ी पहाड़ी पर बनाया गया, इसके बाद 1443 ई॰ में मालिकों ने यादवों को हराकर किले पर अपना कब्जा कर लिया। बाद में दिल्ली सल्तनत कमजोर पड़ने पर यह किला बहमनी सल्तनत को दे दिया गया और इसके बाद 16वीं शताब्दी में अहमदनगर के सुल्तान को दे दिया गया।
1595 ई॰ में छत्रपती शिवाजी भोसले के दादा मलोजी भोसले को अहमदनगर के सुल्तान द्वारा यह किला भेंट में दिया गया। जिसके बाद 19 फरवरी 1630 ई॰ को छत्रपति शिवाजी महाराज भोसले का जन्म शिवनेरी किले में ही हुआ। जिसके साथ ही छत्रपति शिवाजी का बचपन इसी किले में बिता। इसके बाद 1673 ई॰ में अंग्रेजी यात्री ने इस किले का दौरा किया और उसने इस किले पर अपना अधिकार स्थापित कर लिया। 1820 ई॰ में तीसरे एंग्लो-मराठा युद्ध के बाद यह किला ब्रिटिश शासन के नियंत्रण में आ गया।
शिवनेरी किला के रोचक तथ्य
- शिवनेरी दुर्ग त्रिकोण आकार का है, जिसका प्रवेश द्वार पहाड़ी के दक्षिण-पश्चिम की ओर से है।
- किले के मुख्य द्वार के अतिरिक्त इसके चारो तरफ प्रवेश द्वार हैं जिसे आम भाषा में चेन गेट कहा जाता है।
- किले के चारो तरफ मिट्टी की मजबूत दीवारें हैं, जो किले को संरक्षित रखने में मदद करती हैं।
- किले के अंदर प्रमुख इमारतें, प्रार्थन कक्ष, एक मकबरा, और एक मस्जिद हैं। किले के अंत में एक ओवरहैंगिंग है। जहां किले का निष्पादन हुआ है।
- किले की रक्षा के लिए कई द्वार निर्मित हैं, परंतु सभी द्वारों में महत्वपूर्ण दरवाजा केवल एक है, जिसे मन दरवाजा कहा जाता है।
- किले में छात्रपाती शिवाजी का जन्म हुआ था, और वे इस किले में लगभग 10 वर्ष तक की आयु तक रहे थे।
- वर्तमान में किले के अंदर युवा छत्रपती शिवाजी की मूर्ति और साथ में उनकी माँ जीजाबाई की मूर्ति रखी हुई है। जो शिवाजी के बचपन और जन्म स्थान को संभोधित करती है।
- किले के केंद्र में एक स्वच्छ पानी का तालाब है, जिसे बादामी तालाब कहा जाता है। और इसी तालाब के दक्षिणी भाग में जीजाबाई और शिवाजी महाराज की मूर्तियाँ रखी हुईं हैं।
- किले अंदर दो झरने हैं, जिन्हे गंगा और यमुना के नाम से जाना जाता है, पूरे किले में सबसे सुंदर दृश्य इन झरनों का है, लेकिन इन झरनों की एक खास बात है की इनमें पूरे साल पानी रहता है।
- शिवनेरी किले से 2 किमी की दूरी पर लेन्यांद्री गुफाएँ हैं, जो महाराष्ट्र के सभी मंदिरों में से एक हैं और इन्हे संरक्षित स्मारक के रूप में घोषित किया गया है।
शिवनेरी किला कैसे पहुँचे
- किले का निकतम शहर जुन्नार है और यह सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है, किले से जुन्नार शहर की दूरी 2 से 3 किलोमीटर है और यह शहर पुणे से केवल 90 किलोमीर की दूरी पर है।
- शिवनेरी किले से 90 किमी दूर पुणे शहर में कई रेलवे स्टेशन हैं। जिनमें शिवाजीनगर रेलवे स्टेशन, पिंपरी रेलवे स्टेशन, चिंचवाड़ रेलवे स्टेशन, और पुणे जंक्शन सबसे निकतम रेलवे स्टेशन हैं।
- इसके अतिरिक्त मुंबई में छत्रपति शिवाजी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा पुणे शहर और शिवनेरी किले का सबसे निकटतम हवाई अड्डा है। जहां से किले तक पहुंचा जा सकता है।