इस अध्याय के माध्यम से हम जानेंगे आशापूर्णा देवी (Ashapoorna Devi) से जुड़े महत्वपूर्ण एवं रोचक तथ्य जैसे उनकी व्यक्तिगत जानकारी, शिक्षा तथा करियर, उपलब्धि तथा सम्मानित पुरस्कार और भी अन्य जानकारियाँ। इस विषय में दिए गए आशापूर्णा देवी से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्यों को एकत्रित किया गया है जिसे पढ़कर आपको प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने में मदद मिलेगी। Ashapoorna Devi Biography and Interesting Facts in Hindi.
आशापूर्णा देवी का संक्षिप्त सामान्य ज्ञान
नाम | आशापूर्णा देवी (Ashapoorna Devi) |
जन्म की तारीख | 08 जनवरी |
जन्म स्थान | पोटोलडांगा, कलकत्ता, भारत |
निधन तिथि | 13 जुलाई |
माता व पिता का नाम | सरोला सुंदरी / हरेंद्र नाथ गुप्ता |
उपलब्धि | 1967 - ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित प्रथम भारतीय महिला |
पेशा / देश | महिला / कवि / भारत |
आशापूर्णा देवी - ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित प्रथम भारतीय महिला (1967)
आशापूर्णा देवी एक प्रसिद्ध बंगाली कवयित्री और उपन्यासकार थीं। इनका परिवार एक मध्यमवर्गीय परिवार था। इनके पिता एक अच्छे चित्रकार थे और इनकी माता की बांग्ला साहित्य में गहरी रुचि थी। पिता की चित्रकारी में रुचि और माँ के साहित्य प्रेम की वजह से आशापूर्णा देवी को उस समय के जाने-माने साहित्यकारों और कला शिल्पियों से निकट परिचय का अवसर मिला। उनकी प्रमुख रचनाएँ निम्न है जैसे; स्वर्णलता, प्रथम प्रतिश्रुति, प्रेम और प्रयोजन, बकुलकथा, गाछे पाता नील, जल, आगुन आदि। उन्हें 1976 में ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। यह पुरस्कार प्राप्त करने वाली वे पहली महिला हैं।
वर्ष | पुरस्कार और सम्मान | पुरस्कार देने वाला देश एवं संस्था |
1954 | लीला पुरस्कार | कलकत्ता विश्वविद्यालय |
1966 | भुवन मोहिनी स्वर्ण पदक | भुवन मोहिनी दास |
1966 | रवीन्द्र मेमोरियल पुरस्कार | पश्चिम बंगाल सरकार |
1976 | ज्ञानपीठ पुरस्कार | भारतीय ज्ञानपीठ संगठन |
1988 | हरनाथ घोष पदक | बंगिया साहित्य परिषद |
1993 | जगत्तारिणी स्वर्ण पदक | कलकत्ता विश्वविद्यालय |
आशापूर्णा देवी प्रश्नोत्तर (FAQs):
आशापूर्णा देवी का जन्म 08 जनवरी 1909 को पोटोलडांगा, कलकत्ता, भारत में हुआ था।
आशापूर्णा देवी को 1967 में ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित प्रथम भारतीय महिला के रूप में जाना जाता है।
आशापूर्णा देवी की मृत्यु 13 जुलाई 1995 को हुई थी।
आशापूर्णा देवी के पिता का नाम हरेंद्र नाथ गुप्ता था।
आशापूर्णा देवी की माता का नाम सरोला सुंदरी था।