इस अध्याय के माध्यम से हम जानेंगे शरन रानी (Sharan Rani) से जुड़े महत्वपूर्ण एवं रोचक तथ्य जैसे उनकी व्यक्तिगत जानकारी, शिक्षा तथा करियर, उपलब्धि तथा सम्मानित पुरस्कार और भी अन्य जानकारियाँ। इस विषय में दिए गए शरन रानी से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्यों को एकत्रित किया गया है जिसे पढ़कर आपको प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने में मदद मिलेगी। Sharan Rani Biography and Interesting Facts in Hindi.
शरन रानी का संक्षिप्त सामान्य ज्ञान
नाम | शरन रानी (Sharan Rani) |
वास्तविक नाम | शरण रानी बैकलीवाल |
जन्म की तारीख | 09 अप्रैल |
जन्म स्थान | दिल्ली, भारत |
निधन तिथि | 08 अप्रैल |
उपलब्धि | 1930 - विश्व की प्रथम महिला सरोद वादक |
पेशा / देश | महिला / संगीतकार / भारत |
शरन रानी - विश्व की प्रथम महिला सरोद वादक (1930)
शरन रानी एक भारतीय शास्त्रीय संगीतकार और संगीत विद्वान थी। शरन रानी प्रथम महिला थीं, जिन्होंने सरोद जैसे मर्दाना साज को संपूर्ण ऊँचाई दी थी।
शरन रानी वाद्य संगीत तथा सरोद वादन के क्षेत्र में वह देश की पहली महिला कलाकार थीं। बैकलीवाल ने कई पारिवारिक विरोध के बावजूद अपने संगीत करियर की शुरुआत की थी। भारतीय इतिहास में इस अवधि के दौरान, एक संगीतकार का रूप नाच लड़कियों या बाईजी का पेशा हुआ करता था जो एक सम्मानित, गैर-संगीतकार की बेटी के लिए उपयुक्त नहीं था। जिसके कारण उन्हे अपने परिवार से विरोध का सामना करना पड़ा था।
1930 के दशक के उत्तरार्ध से, शरण रानी ने सात दशकों से अधिक समय तक भारत में संगीत कार्यक्रम के मंच पर अपना सरोद गायन प्रस्तुत किया। वह यूनेस्को के लिए रिकॉर्ड करने वाली पहली और संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस में प्रमुख रिकॉर्ड कंपनियों के साथ संगीत रिकॉर्डिंग जारी करने वालों में से एक थीं। जवाहरलाल नेहरू के अनुसार, वह "भारत की सांस्कृतिक राजदूत" थीं और वहीं डॉ जाकिर हुसैन ने उनके बारे में कहा, "शरण रानी ने संगीत में पूर्णता हासिल कर ली है।
रानी ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन की शुरुआती कलाकारों में से एक थीं। वह लोकप्रिय रूप से 'सरोद रानी' (सरोद की रानी) के रूप में जानी जाती थीं। शरण रानी भारत की पहली महिला वाद्य वादक थीं जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त की।
2004 में, भारत सरकार ने चुनिंदा कलाकारों को 'राष्ट्रीय कलाकार' की उपाधि देकर सम्मानित किया। शरण रानी यह उपाधि पाने वाली एकमात्र महिला वाद्य वादक थीं। उन्हें मिले अन्य पुरस्कारों और सम्मानों में शामिल हैं:
वर्ष | पुरस्कार का नाम |
1953 | विष्णु दिगंबर परितोषिक |
1968 | पद्म श्री |
1974 | साहित्य कला परिषद पुरस्कार |
1979 | आचार्य' और 'तंत्री विलास' |
1986 | संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार |
1993 | व्यावसायिक उत्कृष्टता के लिए राजीव गांधी पुरस्कार |
1997 | दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा प्रतिष्ठित पूर्व छात्र पुरस्कार |
1999 | राष्ट्रीय उत्कृष्टता पुरस्कार |
2000 | पद्म भूषण |
2000 | लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार |
2004 | महाराणा मेवाड़ फाउंडेशन पुरस्कार |
2005 | भोपाल से कला परिषद पुरस्कार |
शरन रानी प्रश्नोत्तर (FAQs):
शरन रानी का जन्म 09 अप्रैल 1929 को दिल्ली, भारत में हुआ था।
शरन रानी को 1930 में विश्व की प्रथम महिला सरोद वादक के रूप में जाना जाता है।
शरन रानी का पूरा नाम शरण रानी बैकलीवाल था।
शरन रानी की मृत्यु 08 अप्रैल 2008 को हुई थी।