भारतीय नौसेना के प्रमुखों के नाम और उनका कार्यकाल:

भारतीय नौसेना भारतीय सेना का सामुद्रिक अंग है जो अपने गौरवशाली इतिहास के साथ भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति की रक्षक है। 55,000 नौसैनिकों से सुसज्जित यह विश्व की पाँचवी सबसे बड़ी नौसेना भारतीय सीमा की सुरक्षा को प्रमुखता से निभाते हुए विश्व के अन्य प्रमुख मित्र राष्ट्रों के साथ सैन्य अभ्यास में भी सम्मिलित होती है।

आधुनिक भारतीय नौ सेना की नींव 17वीं शताब्‍दी में रखी गई थी, जब ईस्‍ट इंडिया कंपनी ने एक समुद्री सेना के रूप में ईस्ट इण्डिया कम्पनी की स्‍थापना की और इस प्रकार 1934 में रॉयल इंडियन नेवी की स्‍थापना हुई। भारतीय नौ सेना का मुख्‍यालय नई दिल्ली में स्थित है और यह मुख्‍य नौ सेना अधिकारी- एडमिरल के नियंत्रण में होता है। भारतीय नौ सेना 3 क्षेत्रों की कमांडों के तहत तैनात की गई है, जिसमें से प्रत्‍येक का नियंत्रण एक फ्लैग अधिकारी द्वारा किया जाता है।

भारतीय नौसेना का इतिहास: भारतीय नौसेना की अधिकृत शुरुआत 5 सितंबर 1612 को हुई थी। इस दिन ईस्ट इंडिया कंपनी के लड़ाकू जहाजों (युद्धपोतों) का पहला बेड़ा सूरत के बंदरगाह पर पहुँचा था। यह बेड़ा 'द ऑनरेबल ईस्ट इंडिया कंपनीज़ मॅरीन' कहलाता था। बाद में यह 'द बॉम्बे मॅरीन' कहलाया गया। पहले विश्व युद्ध के दौरान इस नौसेना का नया नाम 'रॉयल इंडियन मॅरीन' रखा गया। द्वितीय विश्व युद्ध आते-आते रॉयल इंडियन नेवी में लगभग आठ युद्धपोत थे।

युद्ध के ख़त्म होने तक पोतों की संख्या बढ़कर 100 हो गई थी। 26 जनवरी 1950 को भारत गणतंत्र बना और इस दिन भारतीय नौसेना ने अपने नाम के सामने से रॉयल नाम को त्याग दिया। उस समय भारतीय नौसेना में 32 नौ-परिवहन पोत और लगभग 11,000 अधिकारी और नौसैनिक थे। भारतीय नौसेना के पहले कमांडर-इन-चीफ़, रियल एडमिरल आई.टी.एस. हॉल थे। पहले भारतीय नौसेनाध्यक्ष (सी.एन.एस.) वाइस एडमिरल आर.डी. कटारी थे, जिन्होंने 22 अप्रॅल 1958 को कार्यभार संभाला।

भारतीय नौसेना का संगठन: नौसेनाध्यक्ष को उप-नौसेनाध्यक्ष (वाईस एडमिरल या रियर एडमिरल) के दर्ज़े के पाँच मुख्य स्टाफ़ अधिकारियों का सहयोग मिलता है। कुल तीन नौसैनिक कमान हैं।

  • पश्चिमी नौ सेना कमांड का मुख्‍यालय अरब सागर में मुम्बई में स्थित है।
  • दक्षिणी नौ सेना कमांड केरल के कोच्चि (कोचीन) में है तथा यह भी अरब सागर में स्थित है।
  • पूर्वी नौ सेना कमांड बंगाल की खाड़ी में आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में है।

प्रत्येक कमान का प्रमुख एक फ़्लैग ऑफ़िसर उप-नौसेनाध्यक्ष (वाइस एडमिरल) के पद वाला मुख्य अधिकारी होता है। भारतीय नौसेना प्राद्वीपीय भारत के 6,400 किलोमीटर लंबे समुद्रतट की सुरक्षा के लिए ज़िम्मेदार है। एक स्वतंत्र अर्द्ध सैनिक सेवा, भारतीय तटरक्षक (इंडियन कोस्ट गार्ड) भारतीय नौसेना भारत के समुद्रवर्ती और अन्य राष्ट्रीय हितों की सुरक्षा में महत्त्वपूर्ण योगदान उपलब्ध कराती है। 

सन 1947 से अब तक रहे भारतीय नौसेना अध्‍यक्ष और उनके कार्यकाल की सूची:

भारतीय नौसेना के अध्‍यक्षों/प्रमुखों के नाम कार्यकाल
रियर एडमिरल जे.टी.एस. हाल 15 अगस्त 1947 से 14 अगस्त 1948 तक
एडमिरल सर एडवर्ड पैरी 15 अगस्त 1948 से 13 अक्टूबर 1951 तक
एडमिरल सर मार्क पिजे 14 अक्टूबर 1951 से 21 जुलाई 1955 तक
वाइस एडमिरल सर स्टीफन कार्लिल 22 जुलाई 1955 से 21 अप्रैल 1958 तक
वाइस एडमिरल आर.डी. कटारी 22 अप्रैल 1958 से 4 जून 1962 तक
वाइस एडमिरल बी.एस. सोमन 05 जून 1962 से 3 मार्च 1966 तक
एडमिरल ए.के. चटर्जी 04 मार्च 1966 से 27 फरवरी 1970 तक
एडमिरल एस.एम. नंदा 28 फरवरी 1970 से 28 फरवरी 1973 तक
एडमिरल एस.एन. कोहली 01 मार्च 1973 से 28 फरवरी 1976 तक
एडमिरल जे.एल. कर्सेटजी 01 मार्च 1976 से 28 फरवरी 1979 तक
एडमिरल आर.एल. परेरा 01 मार्च 1979 से 28 फरवरी 1982 तक
एडमिरल ओ.एस. डॉसन 01 मार्च 1982 से 30 नवंबर 1984 तक
एडमिरल आर.एच. तहिलियानी 01 दिसंबर 1984 से 30 नवंबर 1987 तक
एडमिरल जे.जी. नाडकर्णी 01 दिसंबर 1987 से 30 नवंबर 1990 तक
एडमिरल एल. रामदास 01 दिसंबर 1990 से 30 सितंबर 1993 तक
एडमिरल वी.एस. शेखावत 01 अक्टूबर 1993 से 30 सितंबर 1996 तक
एडमिरल विष्णु भागवत 01 अक्टूबर 1996 से 30 दिसंबर 1998 तक
एडमिरल सुशील कुमार 31 दिसंबर 1998 से 29 दिसंबर 2001 तक
एडमिरल माधवेंद्र सिंह 29 दिसंबर 2001 से 31 जुलाई 2004 तक
एडमिरल अरुण प्रकाश 01 अगस्त 2004 से 30 अक्टूबर 2006 तक
एडमिरल सुरेश मेहता 30 अक्टूबर 2006 से 31 अगस्त 2009 तक
एडमिरल निर्मल वर्मा 31 अगस्त 2009 से 31 अगस्त 2012 तक
एडमिरल देवेन्द्र कुमार जोशी 31 अगस्त 2012 से 26 फरवरी 2014 तक
वाइस एडमिरल आर के धोवन 26 फरवरी 2014 से 31 मई 2016 तक
एडमिरल सुनील लांबा 31 मई 2016 से 31 मई 2019 तक
एडमिरल करमबीर सिंह 31 मई 2019 से अब तक

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भारतीय नौसेना अध्यक्ष प्रश्नोत्तर (FAQs):

एडमिरल करमबीर सिंह भारतीय नौसेना के 24 वें और वर्तमान नौसेना प्रमुख (सीएनएस) हैं। सिंह की एडमिरल पद पर नियुक्ति 31 मई, 2019 को एडमिरल सुनील लांबा की सेवानिवृत्ति के बाद सीएनएस के रूप में हुई।

एडमिरल करमबीर सिंह भारतीय नौसेना के 24वें नौसेना प्रमुख थे, जिनका अक्टूबर माह में 85 वर्ष की आयु में नई दिल्ली में निधन हुआ था। सिंह की एडमिरल पद पर नियुक्ति 31 मई, 2019 को एडमिरल सुनील लांबा की सेवानिवृत्ति के बाद सीएनएस के रूप में हुई।

एडमिरल रबिंदर "रॉबिन" कुमार धवन पीवीएसएम, एवीएसएम, वाईएसएम, एडीसी भारतीय नौसेना के 22वें नौसेनाध्यक्ष थे। उन्होंने एडमिरल डीके जोशी के बाद 17 अप्रैल 2014 को पदभार ग्रहण किया।

भारतीय नौसेना के अध्यक्ष के पद को एडमिरल कहते है। ऐडमिरल (Admiral) या नौसेनाध्यक्ष किसी देश या राज्य की नौसेना के सर्वोच्च अधिकारी या अधिकारियों को कहा जाता है। तुलना के लिए यह पद थलसेना के 'जनरल' या 'सेनापति' के बराबर समझा जाता है।

भारत की आजादी के ठीक पहले वर्ष 1946 में मुम्बई में रायल इण्डियन नेवी के सैनिकों द्वारा पहले एक पूर्ण हड़ताल की गयी और उसके बाद ब्रिटिश शासन के विरुद्ध नौसेना द्वारा खुला विद्रोह भी हुआ। इसे ही जलसेना विद्रोह या मुम्बई विद्रोह (बॉम्बे म्युटिनी) के नाम से जाना जाता है।

  Last update :  Fri 27 Jan 2023
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