भारत और विश्व के प्रसिद्ध व्यक्ति एवं उनके गुरूओ की सूची:
यहां पर भारत और विश्व के प्रसिद्ध व्यक्तियों के नाम और उनके गुरुओं की सूची दी गई हैं। सामान्यतः इस सूची से सम्बंधित प्रश्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते है। यदि आप विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे: आईएएस, शिक्षक, यूपीएससी, पीसीएस, एसएससी, बैंक, एमबीए एवं अन्य सरकारी नौकरियों के लिए तैयारी कर रहे हैं, तो आपको भारत और विश्व के प्रसिद्ध व्यक्तियों के नाम और उनके गुरुओं के बारे में अवश्य पता होना चाहिए।
प्रसिद्ध भारत और विश्व के व्यक्ति एवं उनके गुरूओ की सूची:
प्रसिद्ध व्यक्ति | उनके गुरुओं के नाम |
अरस्तू | प्लेटो |
कबीर | रामानंद |
गोपालकृष्ण गोखले | महादेव गोविंद रानाडे |
चंद्रगुप्त मौर्य | चाणक्य |
तुलसीदास | बाबा नरहरि |
प्लेटो | सुकरात |
बिरसा मुण्डा | आनंद पाण्डेय |
महात्मा गांधी | गोपालकृष्ण गोखले (राजनीतिक गुरु), श्रीमद राजचंद्र (आध्यात्मिक मार्गदर्शक) |
मीराबाई | रैदास |
शिवाजी | कोण्डदेव |
सिकंदर महान | अरस्तू |
सुभाषचन्द्र बोस | चित्तरंजन दास |
सूरदास | महाप्रभु वल्ल्भाचार्य |
स्वामी दयानंद सरस्वती | स्वामी ब्रजानंद |
स्वामी विवेकानंद | स्वामी रामकृष्ण परमहंस |
अब संबंधित प्रश्नों का अभ्यास करें और देखें कि आपने क्या सीखा?
☞ प्रसिद्द लोगों के गुरु से संबंधित प्रश्न उत्तर 🔗
यह भी पढ़ें:
- भारतीय इतिहास के प्रसिद्ध व्यक्ति और उनके स्थान 🔗
- भारत और विश्व के प्रमुख व्यक्ति व उनके मुख्य कार्य 🔗
- भारत के प्रमुख व्यक्ति और उनके समाधि स्थल की सूची 🔗
- भारत आने वाले प्रमुख विदेशी यात्री और लेखक 🔗
प्रसिद्ध गुरु प्रश्नोत्तर (FAQs):
स्वामी रामानन्द जी कबीर साहब के "गुरु" थे। स्वामी रामानन्द जी अपने समय के जाने-माने विद्वान कहे जाते थे। वे द्रविड़ से काशी नगर में वेदों और गीता के ज्ञान का प्रचार करने आए थे।
गुरु गोपाल कृष्ण महात्मा गांधी के राजनीतिक गुरु थे। 1912 में गोखले गांधीजी के निमंत्रण पर दक्षिण अफ्रीका गए। महात्मा गांधी के दक्षिण अफ्रीका से लौटने के बाद, उन्हें व्यक्तिगत रूप से गोपाल कृष्ण गोखले द्वारा निर्देशित किया गया था।
रवींद्रनाथ टैगोर विश्व प्रसिद्ध कवि, साहित्यकार, दार्शनिक और भारतीय साहित्य के नोबेल पुरस्कार विजेता हैं। इन्हें गुरुदेव के नाम से भी जाना जाता है।
शिवाजी के आध्यात्मिक गुरु का नाम रामदास था और गुरु का नाम दादाजी कोंडदेव था। राम दास सिखों के गुरु थे और उन्हें 9 सितंबर 1574 को गुरु की उपाधि दी गई थी।
तिलक ने स्वामी विवेकानंद को अपना राजनीतिक गुरु स्वीकार किया। चरमपंथी नेता बाल गंगाधर तिलक स्वामी विवेकानंद को अपना राजनीतिक गुरु बताते हैं। तिलक को करोड़ों के पिता और भारत में होम रूल आंदोलन (1916) के संस्थापक के रूप में जाना जाता है।