इस अध्याय के माध्यम से हम आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) की विस्तृत एवं महत्वपूर्ण जानकारी जानेगें, जिसमे राज्य का इतिहास, भूगोल, अर्थव्यवस्था, शिक्षा, संस्कृति और राज्य में स्थित विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल आदि जैसी महत्वपूर्ण एवं रोचक जानकरियों को जोड़ा गया है। इसके अतिरिक्त आंध्र प्रदेश राज्य में हाल ही में हुये विकास व बदलाव को भी विस्तारपूर्वक बताया गया है। यह अध्याय प्रतियोगी परीक्षार्थियों के साथ-साथ पाठकों के लिए भी रोचक तथ्यों से भरपूर है।
आंध्र प्रदेश का संक्षिप्त सामान्य ज्ञान
राज्य का नाम | आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) |
इकाई स्तर | राज्य |
राजधानी | विशाखापत्तनम (कार्यकारी), अमरावती (विधायी), कुरनूल (न्यायिक), हैदराबाद |
राज्य का गठन | 1 अक्टूबर 1953 |
सबसे बड़ा शहर | विशाखापत्तनम |
कुल क्षेत्रफल | 1,60,205 वर्ग किमी |
जिले | 13 |
वर्तमान मुख्यमंत्री | वाईएस जगन मोहन रेड्डी |
वर्तमान गवर्नर | एस. अब्दुल नज़ीर |
राजकीय पक्षी | तोता |
राजकीय जानवर | काला हिरन |
राजकीय पेड़ | नीम |
राजकीय फूल | नीलकमल |
राजकीय भाषा | तेलुगू |
लोक नृत्य | मरदाला, कुम्भी, घंटामर्दाला छड़ी नृत्य, बात कम्भा, वीधी, मधुरी, ओट्टन तुल्लू, कालीयट्टम, कुडीयट्टम और भद्रकालि |
आंध्र प्रदेश के बारे में जानकारी
Complete Information of Assam in Hindi:आन्ध्र प्रदेश भारत के दक्षिण-पूर्वी तट पर स्थित एक राज्य है। जनसंख्या की दृष्टि से भारत का 8वां सबसे बड़ा और क्षेत्र के अनुसार देश का चौथा सबसे बड़ा राज्य है। आन्ध्र प्रदेश की राजधानी हैदराबाद है। हैदराबाद को 10 के लिए तेलंगाना और आन्ध्र प्रदेश की संयुक्त राजधानी बनाया गया है। अमरावती, आन्ध्र प्रदेश की प्रस्तावित राजधानी का नाम है। तेलंगाना भारत का 29वाँ राज्य है। आन्ध्र प्रदेश का क्षेत्रफल 160,205 वर्ग किमी है। आन्ध्र प्रदेश के उत्तर में महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और उड़ीसा, पूर्व में बंगाल की खाड़ी, दक्षिण में तमिल नाडु और पश्चिम में कर्नाटक से घिरा हुआ है।
आंध्र प्रदेश का प्रारंभिक इतिहास के बारे में ऐतरेय ब्राह्मण (लगभग 2000 ईसा पूर्व) जैसे महाकाव्यों में विवरण मिलता है। इसमें उल्लेख हैं कि आंध्र प्रदेश के निवासी मूल रूप से आर्य जाति के थे और उत्तर भारत में रहते थे, जहां से वे विंध्य पर्वतों के दक्षिण तक चले गए और कालान्तर में अनार्यो के साथ घुल मिल गए। इतिहासकारों के अनुसार आंध्र प्रदेश का नियमित इतिहास 236 ईसा पूर्व से मिलना शुरू होता है। सदियों पहले आंध्र प्रदेश एक प्रमुख बौद्ध केन्द्र और सम्राट अशोक के विशाल राज्य का हिस्सा था। सम्राट अशोक की मृत्यु के बाद सातवाहन ने इस क्षेत्र में अपने साम्राज्य की स्थापना की। 7वीं सदी के दौरान चालुक्य ने आंध्र प्रदेश में अपना अधिकार स्थापित किया और यह दसवीं शताब्दी तक रहा। उसके बाद यहां की सत्ता चोल राजवंश के पास आ गई। 14वीं सदी में मुस्लिम शासक इस दक्षिणी राज्य में आए और सदियों तक इस रियासत पर राज किया, फिर अंत में सन् 1713 में मुगल शासक औरंगज़ेब के एक सेनापति ने इसे हथिया लिया। 17वीं शताब्दी से अंग्रेज़ों ने देश के कई भागों को अपने नियंत्रण में ले लिया और मद्रास प्रांत की स्थापना कर दी।
आजादी के बाद तेलुगु भाषी क्षेत्र को मद्रास प्रांत से अलग करके 01 अक्टूबर 1953 को नए राज्य का निर्माण किया गया, जिसका नाम आंध्र प्रदेश रखा गया। राज्य पुनर्गठन अधिनियम, 1956 बनने के बाद हैदराबाद राज्य को आंध्र प्रदेश में मिला कर 01 नवंबर, 1956 में ‘आंध्र प्रदेश’ राज्य की स्थापना की गयी थी।
आन्ध्र प्रदेश की जलवायु आम तौर पर गर्म और नम है। राज्य की जलवायु का निर्धारण करने में दक्षिण पश्चिम मानसून की प्रमुख भूमिका है। लेकिन आन्ध्र प्रदेश में सर्दियां सुखद होती हैं। आन्ध्र प्रदेश में ग्रीष्मकाल मार्च से जून तक चलता है। इन महीनों में तापमान काफ़ी ऊंचा रहता है। यहाँ गर्मियों में तापमान 20 डिग्री सेल्सियस और 45 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है।
आन्ध्र प्रदेश में जुलाई से सितंबर उष्णकटिबंधीय बारिश का मौसम होता है। इन महीनों के दौरान राज्य में भारी वर्षा होती है। साल भर में यहां 125 सेमी बारिश होती है। अक्टूबर महीने के आस-पास राज्य में सर्दी का मौसम आता है। आन्ध्र प्रदेश में अक्टूबर, नवंबर, दिसंबर, जनवरी और फरवरी सर्दी के महीने हैं। राज्य का तटीय इलाका काफी लंबा होने की वजह से सर्दियों में मौसम बहुत ठंडा नहीं होता है। सर्दियों में तापमान का विस्तार आम तौर पर 13 डिग्री सेल्सियस से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है।
आन्ध्र प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री वाई. एस. जगन मोहन रेड्डी है। उन्होंने 30 मई 2019 को राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। आन्ध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने वाले प्रथम व्यक्ति नीलम संजीव रेड्डी थे। उन्होंने 01 नवम्बर 1956 में राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।
आन्ध्र प्रदेश के वर्तमान राज्यपाल विश्वभुषण हरिचंद्र है। विश्वभुषण हरिचंद्र 24 जुलाई 2019 से आन्ध्र प्रदेश के राज्यपाल के रूप में कार्यरत है। आंध्र प्रदेश में 175 सीटों वाली एकल सदन विधानसभा है।
- मई 2021 में, आंध्र प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य, चिकित्सा और परिवार कल्याण के लिए 2021-22 के बजट में 13,830.44 करोड़ रुपये आवंटित करके अपने स्वास्थ्य बजट में 21.11% की वृद्धि की।
- आंध्र सरकार ने 2021-22 के बजट के तहत 16 नए मेडिकल कॉलेजों के निर्माण और मौजूदा मेडिकल कॉलेजों और शिक्षण अस्पतालों के उन्नयन की घोषणा की।
- अप्रैल 2021 में, सरकार ने घोषणा की कि वह 8,000 करोड़ रुपये की लागत से आंध्र प्रदेश में 10 प्रमुख राज्य राजमार्गों को राष्ट्रीय राजमार्गों में शामिल करेगी।
- फरवरी 2021 में, वित्त मंत्री सुश्री निर्मला सीतारमण ने नादिकुडी-श्रीकालहस्ती रेलवे परियोजना शुरू करने की घोषणा की।
- फरवरी 2021 में, केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने NH 130CD के छह-लेन कंटकपल्ले-सब्बावरम खंड के निर्माण के प्रस्ताव को मंजूरी दी, जिसकी कीमत 824.29 करोड़ रु. है।
- फरवरी 2021 में, राज्य सरकार ने 'नाडु-नेदु' के पहले चरण को पूरा करने की घोषणा की- राज्य सरकार द्वारा बुनियादी ढांचागत काम करने के लिए शुरू की गई एक योजना- 15,700 स्कूलों को कवर करते हुए, जिसकी लागत 2,570 करोड़ रु. है।
- आंध्र प्रदेश कई वैश्विक और राष्ट्रीय फार्मा खिलाड़ियों का घर है, और विभिन्न कंपनियों ने राज्य के विभिन्न शहरों में अपने विनिर्माण केंद्र स्थापित किए हैं।
आंध्र प्रदेश प्रश्नोत्तर (FAQs):
आंध्र प्रदेश की राजधानी विशाखापत्तनम (कार्यकारी), अमरावती (विधायी), कुरनूल (न्यायिक), हैदराबाद है।
आंध्र प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी और वर्तमान राज्यपाल एस. अब्दुल नज़ीर हैं।
मरदाला, कुम्भी, घंटामर्दाला छड़ी नृत्य, बात कम्भा, वीधी, मधुरी, ओट्टन तुल्लू, कालीयट्टम, कुडीयट्टम और भद्रकालि आंध्र प्रदेश के मुख्य लोक नृत्य हैं।
आंध्र प्रदेश की राजकीय भाषा तेलुगू है।
आंध्र प्रदेश का राजकीय पशु काला हिरन और राजकीय पक्षी तोता है।
आंध्र प्रदेश का राजकीय फूल नीलकमल और राजकीय पेड़ नीम है।
आंध्र प्रदेश का सबसे बड़ा शहर विशाखापत्तनम है।
आंध्र प्रदेश कुल 1,60,205 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है, जिसमें कुल जिले हैं।
आंध्र प्रदेश राज्य की स्थापना 1 अक्टूबर 1953 को हुई थी, जिसके बाद आंध्र प्रदेश को भारत एक अलग राज्य के रूप में दर्जा मिला था।