इस अध्याय के माध्यम से हम जम्मू और कश्मीर (Jammu And Kashmir) की विस्तृत एवं महत्वपूर्ण जानकारी जानेगें, जिसमे राज्य का इतिहास, भूगोल, अर्थव्यवस्था, शिक्षा, संस्कृति और राज्य में स्थित विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल आदि जैसी महत्वपूर्ण एवं रोचक जानकरियों को जोड़ा गया है। इसके अतिरिक्त जम्मू और कश्मीर राज्य में हाल ही में हुये विकास व बदलाव को भी विस्तारपूर्वक बताया गया है। यह अध्याय प्रतियोगी परीक्षार्थियों के साथ-साथ पाठकों के लिए भी रोचक तथ्यों से भरपूर है।
जम्मू और कश्मीर का संक्षिप्त सामान्य ज्ञान
राज्य का नाम | जम्मू और कश्मीर (Jammu and Kashmir) |
इकाई स्तर | केन्द्रशासित प्रदेश |
राजधानी | जम्मू (सर्दियों), श्रीनगर (गर्मी) |
राज्य का गठन | 31 अक्टूबर 2019 |
सबसे बड़ा शहर | श्रीनगर |
कुल क्षेत्रफल | 2,22,236 वर्ग किमी |
जिले | 20 |
वर्तमान मुख्यमंत्री | महबूबा मुफ़्ती |
वर्तमान गवर्नर | मनोज सिन्हा |
राजकीय पक्षी | अभी तक घोषित नहीं |
राजकीय जानवर | कश्मीरी बाहरसिंगा/हंगुल |
राजकीय पेड़ | चिनार |
राजकीय फूल | आम रोडोडेंड्रोन |
राजकीय भाषा | डोगरी, हिंदी, अंग्रेजी और उर्दू |
लोक नृत्य | कुद नृत्य, राउफ नृत्य, दुमल नृत्य, हाफिजा नृत्य, भांड पाथेर, बचा नगमा, भदजास नृत्य और , हिकात नृत्य |
जम्मू और कश्मीर के बारे में जानकारी
Complete Information of Assam in Hindi:
जम्मू और कश्मीर भारत के सबसे उत्तरी भाग में स्थित केंद्र शासित राज्य है। जम्मू-कश्मीर की दो राजधानियाँ है, ग्रीष्मकाल (मई-अक्टूबर) में श्रीनगर और शीतकाल (नवंबर-अप्रैल) में जम्मू राजधानी रहती है। यह भारत की ओर से उत्तर में चीन और अफगानिस्तान, पूर्व में चीन, और दक्षिण में हिमाचल प्रदेश और पंजाब से घिरा है। पश्चिम में यह पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिम फ्रंटीयर प्रांत और पंजाब से घिरा है। जम्मू-कश्मीर का क्षेत्र 101,387 वर्ग किमी. है। जम्मू कश्मीर को भारत के संविधान में उल्लिखित धारा 370 के अंतर्गत एक विशेषाधिकार प्राप्त राज्य था
परंतु 5 अगस्त 2019 को, भारत सरकार ने भारत के संविधान से अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के लिए स्थानांतरित किया और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों, जम्मू-कश्मीर, और लद्दाख में विभाजित करने के लिए एक विधेयक पेश किया। भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 9 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर को दो क्रेंद शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांटने वाले ‘जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन’ 2019 ऐक्ट को मंज़ूरी दे दी। इसके अनुसार जम्मू-कश्मीर और लद्दाख आधिकारिक तौर पर 31 अक्टूबर को केंद्र शासित प्रदेश बन गए हैं।
दो प्रामाणिक ग्रंथों राजतरंगिणी तथा नीलम पुराण में यह आख्यान मिलता है कि कश्मीर की घाटी कभी बहुत बड़ी झील हुआ करती थी। जम्मू-कश्मीर पहले हिंदू शासकों और फिर मुस्लिम सुल्तानों के अधीन रहा। बाद में यह राज्य अकबर के शासन में मुगल साम्राज्य का हिस्सा बन गया। सन् 1756 से अफगान शासन के बाद, सन् 1819 में यह राज्य पंजाब के सिख साम्राज्य के अधीन हो गया। सन् 1846 में रंजीत सिंह ने जम्मू क्षेत्र महाराजा गुलाब सिंह को सौंप दिया। सन् 1846 में सबरुन की निर्णायक लड़ाई के बाद अमृतसर संधि के मुताबिक कश्मीर भी महाराजा गुलाब सिंह को सौंप दिया गया। सन 1947 तक जम्मू पर डोगरा शासकों का शासन रहा।
सन् 1947 में यह राज्य पाकिस्तान के सशस्त्र हमले का विषय बना। 26 अक्टूबर 1947 को महाराजा हरिसिंह के अनुवृध्दि के समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद इसे भारत में शामिल होना मंजूर किया गया। उस विलय पत्र पर 26 अक्टूबर, 1947 को पण्डित जवाहरलाल नेहरू और महाराज हरीसिंह ने हस्ताक्षर किये। इस विलय पत्र के अनुसार- “राज्य केवल तीन विषयों- रक्षा, विदेशी मामले और संचार -पर अपना अधिकार नहीं रखेगा, बाकी सभी पर उसका नियंत्रण होगा। इसी क्रम में भारतीय संविधान में ‘अनुच्छेद 370’ जोड़ा गया था, और जिसमें बताया गया कि जम्मू-कश्मीर से सम्बंधित राज्य उपबंध केवल अस्थायी है, स्थायी नहीं।
जम्मू और कश्मीर का केंद्र शासित प्रदेश भारत के संविधान के अनुच्छेद 239 के प्रावधानों के तहत प्रशासित है। मूल रूप से पुडुचेरी के केंद्र शासित प्रदेश के लिए तैयार अनुच्छेद 239 ए जम्मू और कश्मीर पर भी लागू होगा।जम्मू और कश्मीर में सरकार के पास ही सर्वोच्च अधिकार हैं। अन्य किसी भी राज्य की तरह यहां भी 3 शाखाएं हैं- कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका। कार्यपालिका शाखा की प्रधान सरकार होती है जो कि राज्य की भी मुखिया है। राज्य के कार्यकारी अधिकार मुख्यमंत्री के पास होते हैं। राज्य की विधानसभा में 89 सदस्य हैं और विधान परिषद में 36 सदस्य हैं।
जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री बनने वाले प्रथम व्यक्ति मेहर चंद महाजन थे। उन्होंने 15 अक्टूबर 1947 में राज्य के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। जम्मू और कश्मीर के वर्तमान उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा है। मनोज सिन्हा ने 7 अगस्त 2020 को जम्मू और कश्मीर के उप- राज्यपाल के रूप में शपथ ग्रहण की है। जम्मू-कश्मीर के प्रथम राज्यपाल युवराज करण सिंह थे ये 30 मार्च 1985 से 15 मई 1949 तक इस पद पर कार्यरत रहे थे।
जम्मू और कश्मीर राज्य में कुल 22 जिले है, क्षेत्रफल के आधार पर लेह राज्य का सबसे बड़ा ज़िला है और जनसँख्या में आधार पर जम्मू सबसे बड़ा ज़िला है।
जम्मू एवं कश्मीर राज्य के जिलों की सूची: अनंतनाग, उधमपुर, कठुआ, कारगिल, किश्तवाड़, कुपवाड़ा, कुलगाम, गांदरबल, जम्मू, डोडा, पंच, पुलवामा, बड़गाम, बांदीपुरा, बारामूला, राजौरी, रामबन, रियासी, लेह, शुपियां, श्रीनगर और सांबा।
जम्मू और कश्मीर प्रश्नोत्तर (FAQs):
जम्मू और कश्मीर की राजधानी जम्मू (सर्दियों), श्रीनगर (गर्मी) है।
जम्मू और कश्मीर के वर्तमान उपराज्यपाल/प्रशासक मनोज सिन्हा हैं।
कुद नृत्य, राउफ नृत्य, दुमल नृत्य, हाफिजा नृत्य, भांड पाथेर, बचा नगमा, भदजास नृत्य और , हिकात नृत्य जम्मू और कश्मीर के मुख्य लोक नृत्य हैं।
जम्मू और कश्मीर की राजकीय भाषा डोगरी, हिंदी, अंग्रेजी और उर्दू है।
जम्मू और कश्मीर का राजकीय पशु कश्मीरी बाहरसिंगा/हंगुल और राजकीय पक्षी अभी तक घोषित नहीं है।
जम्मू और कश्मीर का राजकीय फूल आम रोडोडेंड्रोन और राजकीय पेड़ चिनार है।
जम्मू और कश्मीर का सबसे बड़ा शहर श्रीनगर है।
जम्मू और कश्मीर कुल 2,22,236 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है, जिसमें कुल जिले हैं।
जम्मू और कश्मीर की स्थापना 31 अक्टूबर 2019 को हुई थी, जिसके बाद जम्मू और कश्मीर को भारत के केन्द्रशासित प्रदेश का दर्जा मिला था।