इस अध्याय के माध्यम से हम त्रिपुरा (Tripura) की विस्तृत एवं महत्वपूर्ण जानकारी जानेगें, जिसमे राज्य का इतिहास, भूगोल, अर्थव्यवस्था, शिक्षा, संस्कृति और राज्य में स्थित विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल आदि जैसी महत्वपूर्ण एवं रोचक जानकरियों को जोड़ा गया है। इसके अतिरिक्त त्रिपुरा राज्य में हाल ही में हुये विकास व बदलाव को भी विस्तारपूर्वक बताया गया है। यह अध्याय प्रतियोगी परीक्षार्थियों के साथ-साथ पाठकों के लिए भी रोचक तथ्यों से भरपूर है।
त्रिपुरा का संक्षिप्त सामान्य ज्ञान
राज्य का नाम | त्रिपुरा (Tripura) |
इकाई स्तर | राज्य |
राजधानी | अगरतला |
राज्य का गठन | 21 जनवरी 1972 |
सबसे बड़ा शहर | अगरतला |
कुल क्षेत्रफल | 10,492 वर्ग किमी |
जिले | 8 |
वर्तमान मुख्यमंत्री | माणिक साहा |
वर्तमान गवर्नर | इंद्र सेना रेड्डी |
राजकीय पक्षी | राजहारिल (हरा शाही कबूतर) |
राजकीय जानवर | फायरे लंगूर |
राजकीय पेड़ | अगर |
राजकीय फूल | नाग केसर |
राजकीय भाषा | बंगाली, अंग्रेजी, कोकबोरोक |
लोक नृत्य | होजागिरी, बूमनी, बिझू, चेराव, है-हक, वांगला और संगराई |
त्रिपुरा के बारे में जानकारी
Complete Information of Assam in Hindi:त्रिपुरा देश के पूर्वोत्तर भाग में स्थित राज्य है। त्रिपुरा भारत का तीसरा सबसे छोटा राज्य है। राज्य की राजधानी अगरतला है। इसका कुल क्षेत्रफल 10,486 वर्ग किलोमीटर का है। यह राज्य उत्तर, पश्चिम और दक्षिण में बांग्लादेश से घिरा है। राज्य के पूर्व मिजोरम और असम है। प्रदेश का सबसे बड़ा शहर अगरतला है।
संस्कृत में त्रिपुरा का अर्थ है ‘तीन शहर’। त्रिपुरा राज्य सिक्किम और गोवा के बाद भारत का सबसे छोटा राज्य है। त्रिपुरा बांग्लादेश तथा म्यांमार की नदी घाटियों के बीच स्थित है। इसके तीन तरफ बांग्लादेश है और केवल उत्तर-पूर्व में यह असम और मिज़ोरम से जुड़ा हुआ है। इस राज्य की प्रकृति की विशेषता इसके मैदान, घाटियां और पर्वत श्रृंखलाएं हैं। त्रिपुरा में पांच लम्बस्थ पर्वत श्रृंखलाएं हैं जो उत्तर से दक्षिण की ओर जाती हैं। यह पूर्वी हिस्से से शखन, लोगथोराई, जामपुई हिल्स और अथमुरा और पश्चिम में बोरोमुरा की ओर से भी जाती हैं।
प्रदेश में फैली हुई छोटी-2 पहाडि़यों को टीला कहा जाता है। इन छोटी-2 पहाडि़यों से कई नदियां शुरु होकर पडोसी देश बांग्लादेश में बहती हैं।त्रिपुरा की प्रमुख नदिया धलाई, खोवाई, जूरी, लोंगाई और मनु उत्तर की ओर, फेनी और मुहुरी दक्षिण-पश्चिम की ओर और गुमती पश्चिम दिशा में बहती है।त्रिपुरा का राजकीय पेड 'अगर' है। त्रिपुरा का राजकीय फूल 'नाग केसर' है। त्रिपुरा का राजकीय पशु 'फायरे लंगूर' है। त्रिपुरा का राजकीय पक्षी 'ग्रीन इंपीरियल कबूतर' है।
त्रिपुरा के वर्तमान मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब है। उन्होंने 9 मार्च 2018 में राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बनने वाले प्रथम व्यक्ति सचिन्द्र लाल सिंह थे। उन्होंने 01 जुलाई 1963 में राज्य के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।
त्रिपुरा के वर्तमान राज्यपाल इंद्र सेना रेड्डी है। इंद्र सेना रेड्डी ने 19 अक्टूबर में त्रिपुरा के राज्यपाल के रूप में शपथ ग्रहण की है।
राज्य में विभिन्न समूहों के कारण यहां विभिन्न संस्कृतियां हैं। यहां पर शहरों में बंगाली खाना, संगीत और साहित्य बहुत फैले हैं। त्रिपुरा अपने केन और बांस हस्तशिल्प के लिए मशहूर है। केन, लकड़ी और बांस से बड़े पैमाने पर बर्तन, फर्नीचर, पंखे, प्रतिकृतियां, टोकरियां, घर की सजावट का समान और मूर्तियां बनाई जाती हैं। नृत्य और संगीत राज्य की संस्कृति का अभिन्न अंग है। गोरिया पूजा के समय जमातिया और त्रिपुरी लोग ‘गोरिया नृत्य’ का प्रदर्शन करते हैं।
त्रिपुरा के लोक नृत्य (Tripura Folk Dances): त्रिपुरा के लोक नृत्यों में गोंरिया नृत्य, होजागिरी नृत्य, लेबांग नृत्य, ममिता नृत्य, मोसक सुल्मानी नृत्य, बिज्हू नृत्य और हिक-हक़ नृत्य शामिल है।
- 2019-20 के तीसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार राज्य में कुल फल उत्पादन 562.46 हजार मीट्रिक टन, सब्जियों का 811.67 हजार मीट्रिक टन, वृक्षारोपण 50.39 हजार मीट्रिक टन और मसालों का 33.15 हजार मीट्रिक टन है।
- राज्य प्राकृतिक गैस के भंडार, कांच की रेत, चूना पत्थर, प्लास्टिक की मिट्टी और कठोर चट्टान में भी समृद्ध है। अपनी सुखद जलवायु और प्राकृतिक परिदृश्य के साथ, त्रिपुरा एक पसंदीदा पर्यटन स्थल है।
- 2019-20 के दौरान राज्य से कुल व्यापारिक निर्यात 1.75 मिलियन अमेरिकी डॉलर रहा। अप्रैल-जनवरी 2021 के दौरान निर्यात 10.77 मिलियन अमेरिकी डॉलर रहा।
- मार्च 2021 में, प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भारत-प्रशांत क्षेत्र में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए बांग्लादेश और भारत के बीच एक सड़क संपर्क 'मैत्री सेतु' का उद्घाटन किया। 'मैत्री सेतु' पुल फेनी नदी पर बनाया गया है जो त्रिपुरा और बांग्लादेश के बीच बहती है।
- अप्रैल 2021 तक, त्रिपुरा में कुल स्थापित बिजली उत्पादन क्षमता 723.96 मेगावाट थी, जिसमें से 153.01 मेगावाट राज्य उपयोगिताओं के अधीन थी, 566.54 मेगावाट केंद्रीय और 4.41 मेगावाट निजी क्षेत्र के अधीन थी। अप्रैल 2021 तक कुल स्थापित क्षमता में से 630.05 मेगावाट थर्मल पावर, 68.49 मेगावाट जलविद्युत और 25.42 मेगावाट अक्षय संसाधनों द्वारा योगदान दिया गया था।
त्रिपुरा प्रश्नोत्तर (FAQs):
त्रिपुरा की राजधानी अगरतला है।
त्रिपुरा के वर्तमान मुख्यमंत्री माणिक साहा और वर्तमान राज्यपाल इंद्र सेना रेड्डी हैं।
होजागिरी, बूमनी, बिझू, चेराव, है-हक, वांगला और संगराई त्रिपुरा के मुख्य लोक नृत्य हैं।
त्रिपुरा की राजकीय भाषा बंगाली, अंग्रेजी, कोकबोरोक है।
त्रिपुरा का राजकीय पशु फायरे लंगूर और राजकीय पक्षी राजहारिल (हरा शाही कबूतर) है।
त्रिपुरा का राजकीय फूल नाग केसर और राजकीय पेड़ अगर है।
त्रिपुरा का सबसे बड़ा शहर अगरतला है।
त्रिपुरा कुल 10,492 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है, जिसमें कुल जिले हैं।
त्रिपुरा राज्य की स्थापना 21 जनवरी 1972 को हुई थी, जिसके बाद त्रिपुरा को भारत एक अलग राज्य के रूप में दर्जा मिला था।