भारतीय वायु सेना ने मिस्र वायु सेना के साथ त्रि-सेवा अभ्यास ब्राइट स्टार-23 में भाग लेकर एक नई शुरुआत की। यह अभ्यास 27 अगस्त से 16 सितंबर 2023 तक मिस्र के काहिरा एयरबेस पर आयोजित किया गया। इस अभ्यास में भारतीय वायु सेना की भागीदारी राष्ट्रों के बीच सहयोग और सहयोग में एक नए अध्याय को रेखांकित करती है।
ब्राइट स्टार 23 अभ्यास में भाग लेने वाले देश
भारतीय वायु सेना इस अभ्यास ब्राइट स्टार-23 कार्यक्रम में पहली बार भाग ले रही है जिसमें संयुक्त राज्य अमेरिका, सऊदी अरब, ग्रीस और कतर की वायु सेना टुकड़ियों की भी भागीदारी होगी। भारतीय वायुसेना के दल में पांच मिग-29, दो आईएल-78, दो सी-130 और दो सी-17 विमान शामिल होंगे। गरुड़ विशेष बल और भारतीय वायु सेना के नंबर 28, 77, 78 और 81 स्क्वाड्रन के कर्मी अभ्यास में भाग लेंगे। भारतीय वायु सेना (IAF) के परिवहन विमान द्वारा भारतीय सेना के लगभग 150 कर्मियों को भी एयरलिफ्ट किया जाएगा।
अभ्यास के उद्देश्य
इस अभ्यास का उद्देश्य संयुक्त अभियानों की अभ्यास योजना को कार्य रूप में लागू करना है। बॉर्डर के दोनो तरफ के बीच आपसी संबंधों को बनाने के अलावा, इस तरह की बातचीत भाग लेने वाले देशों के बीच रणनीतिक संबंधों को आगे बढ़ाने का साधन भी प्रदान करती है। भारतीय वायुसेना की टुकड़ियों द्वारा विदेश में उड़ान अभ्यास किसी भी तरह से राजनयिकों द्वारा फ्लाइट सूट्स में यात्रा से कम नहीं है।
भारत और मिस्र के संबंध
भारत और मिस्र के बीच असाधारण संबंध और गहरा सहयोग रहा है, दोनों देशों ने 1960 के दशक में संयुक्त रूप से एयरो-इंजन और विमान विकसित किए थे और मिस्र के पायलटों को भारतीय वायु सेना द्वारा प्रशिक्षित किया गया था। दोनों देशों के वायु सेना प्रमुखों और भारत के रक्षा मंत्री और प्रधान मंत्री की मिस्र की हालिया यात्राओं ने दोनों सभ्यतागत देशों के बीच संबंधों को और मजबूत किया है। दोनों देशों ने अपने सशस्त्र बलों के बीच नियमित अभ्यास के साथ संयुक्त प्रशिक्षण को भी बढ़ावा दिया है।