कैप्टन शिवा चौहान को दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन ग्लेशियर पर 15,632 फीट की ऊंचाई पर सेना की कुमार पोस्ट पर तैनात किया गया है. कैप्टन शिवा चौहान दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन ग्लेशियर में सक्रिय रूप से तैनात होने वाली पहली महिला अधिकारी बनीं|
सियाचिन बैटल स्कूल में कैप्टन शिवा चौहान को कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें बहुत से प्रशिक्षण जैसे- बर्फ की दीवार पर चढ़ना, हिमस्खलन और हिमस्खलन बचाव और उत्तरजीविता अभ्यास शामिल थे। कैप्टन शिव चौहान इस साल 2 जनवरी को एक कठिन चढ़ाई के बाद सियाचिन ग्लेशियर में शामिल हुई। भारतीय सेना ने जानकारी दी कि कैप्टन चौहान के नेतृत्व में सैपर्स की टीम कई इंजीनियरिंग कार्यों के लिए जिम्मेदार होगी। इसके साथ ही उन्हें और तीन महीने की अवधि के लिए पोस्ट पर तैनात किया जाएगा।
सियाचिन ग्लेशियर 15 हजार फीट से ज्यादा ऊंचाई पर स्थित है. यह दुनिया का सबसे ऊंचा युद्ध क्षेत्र है. इंडियन आर्मी ने यहां पहली बार अपनी महिला अधिकारी को तैनात किया है. कैप्टन शिवा चौहान इंजीनियर रेजिमेंट के बंगाल सैपर ग्रुप की अधिकारी हैं. सियाचिन में उनकी जिम्मेदारी सैनिकों की जरूरत के हिसाब से निर्माण करने और उनका रख-रखाव करने की है.
कैप्टन शिवा के बारे में जानकारी:-
राजस्थान की कैप्टन शिवा चौहान एक बंगाल सैपर अधिकारी हैं। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा उदयपुर से पूरी की है और एनजेआर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, उदयपुर से सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री प्राप्त की है। शिवा मात्र 25 साल की हैं। इनका जन्म 1997 में हुआ था। इन्होंने 11 साल की छोटी उम्र में अपने पिता को खो दिया था। उनकी मां एक गृहिणी थी, जिन्होंने उनकी पढ़ाई का ध्यान रखा।
शिवा चौहान ने सेना की ट्रेनिंग की पूरी करने के बाद मई 2021 ही में इंडियन आर्मी की इंजीनियर रेजिमेंट ज्वाइन की थी. इससे पहले उन्होंने कारगिल विजय दिवस पर 508 किलोमीटर की सुरा सोई साइकिल अभियान की अगुवाई की थी. शिवा आज देश की सुरक्षा में सबसे आगे खड़ी हैं.