भारत एनसीएपी कार्यक्रम 2023
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने नई दिल्ली में इंडिया न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (इंडिया एनसीएपी) लॉन्च किया। कार्यक्रम का लक्ष्य 3.5 टन तक के वाहनों के लिए वाहन सुरक्षा मानकों को बढ़ाकर भारत में सड़क सुरक्षा को बढ़ाना है। इंडिया एनसीएपी भारत में वाहनों की सुरक्षा और गुणवत्ता को भी महत्वपूर्ण रूप से बढ़ावा देगा, साथ ही सुरक्षित वाहनों के निर्माण के लिए ओईएम के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देगा।
यह कार्यक्रम 3.5 टन जीवीडब्ल्यू से नीचे एम-1 श्रेणी के अनुमोदित वाहनों पर लागू होगा। यह एक वैकल्पिक कार्यक्रम है जिसमें निर्धारित मॉडल के विभिन्न प्रकार के वाहनों का परीक्षण किया जाएगा। कार्यक्रम 1 अक्टूबर, 2023 से शुरू होगा और ऑटोमोटिव उद्योग मानक (एआईएस) 197 पर आधारित होगा। कार्यक्रम का उद्देश्य प्रतिस्पर्धी सुरक्षा वृद्धि का एक इको-सिस्टम विकसित करना है, जिससे उपभोक्ताओं के बीच जागरूकता पैदा होगी। उपभोक्ता 'क्रैश-टेस्ट' के माध्यम से वाहन का तुलनात्मक मूल्यांकन करके वाहन के बारे में निर्णय ले सकते हैं।
भारत एनसीएपी क्या है?
भारत एनसीएपी सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा शुरू की गई एक सुरक्षा मूल्यांकन पहल है। इसका उद्देश्य भारत में 3.5 टन से कम वजन वाले और आठ यात्रियों तक ले जाने वाले यात्री वाहनों के सुरक्षा प्रदर्शन का मूल्यांकन करना है। इसे अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान और यूके जैसे देशों के साथ भारत के सुरक्षा मानकों के अनुरूप डिजाइन किया गया है। इसमें क्रैश टेस्ट और पॉइंट-आधारित मूल्यांकन के आधार पर वाहनों को स्टार रेटिंग दी जाएगी।
भारत एनसीएपी के लाभ
- इंडिया एनसीएपी भारत में वाहनों की सुरक्षा में सुधार करने में मदद करेगा।
- इससे सुरक्षित वाहन बनाने के लिए ओईएम के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा मिलेगा।
- इससे उपभोक्ताओं के बीच वाहनों की सुरक्षा सुविधाओं के बारे में जागरूकता पैदा करने में मदद मिलेगी।
- इससे भारत में सड़क दुर्घटनाओं और मौतों की संख्या को कम करने में मदद मिलेगी।