भारत-संयुक्त राष्ट्र क्षमता निर्माण पहल
भारत और संयुक्त राष्ट्र ने ग्लोबल साउथ के लिए एक संयुक्त क्षमता निर्माण पहल शुरू की। "भारत-संयुक्त राष्ट्र क्षमता निर्माण पहल" का उद्देश्य क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से वैश्विक दक्षिण में भागीदार देशों के साथ भारत के विकास के अनुभवों, सर्वोत्तम प्रथाओं और विशेषज्ञता को साझा करना है।
'भारत और संयुक्त राष्ट्र क्षमता निर्माण पहल' को विदेश मंत्री एस जयशंकर की उपस्थिति में 'इंडिया-यूएन फॉर ग्लोबल साउथ डिलीवरिंग फॉर डेवलपमेंट' नामक एक कार्यक्रम में लॉन्च किया गया था। इस कार्यक्रम में 78वें यूएनजीए अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस भी शामिल हुए।
यह पहल विकास और क्षमता निर्माण में व्यापक सहयोग पर आधारित है जो भारत पहले से ही साझेदार देशों के साथ द्विपक्षीय रूप से कर रहा है। यह पहल 'भारत-संयुक्त राष्ट्र विकास साझेदारी निधि' के रूप में भारत-संयुक्त राष्ट्र साझेदारी को भी पूरक बनाती है, जिसने पिछले छह वर्षों में 61 देशों में 75 विकास परियोजनाओं का एक पोर्टफोलियो विकसित किया है। इस पहल के हिस्से के रूप में, यूएन इंडिया टीम और बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिए भारत के मंच का लाभ उठाने के लिए साझेदारी करेंगे। भारत में संयुक्त राष्ट्र के रेजिडेंट समन्वयक और बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के बीच आज आशय की एक संयुक्त घोषणा का आदान-प्रदान किया गया।
यह पहल भारत की जी20 प्रेसीडेंसी के विकास-प्रासंगिक डिलिवरेबल्स को भी आगे बढ़ाएगी। इनमें एसडीजी पर प्रगति में तेजी लाने, तकनीकी परिवर्तन और डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए जी20 कार्य योजना शामिल है।