प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के गांधीनगर में 'सेमीकॉन इंडिया 2023' का उद्घाटन किया. जिसका उद्देश्य भारत को सेमीकंडक्टर डिजाइन, विनिर्माण और प्रौद्योगिकी विकास के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाना है, जिससे भारत सेमीकंडक्टर मिशन के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। सेमीकॉन इंडिया 2023 भारत के चिप डिजाइन नवाचार और सेमीकंडक्टर कौशल का एक प्रमुख प्रदर्शन है।
सेमीकॉन इंडिया 2023 सम्मेलन का विषय
सम्मेलन का विषय 'भारत के सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र को उत्प्रेरित करना' है। इसका उद्देश्य उद्योग, शिक्षा और अनुसंधान संस्थानों से विश्व स्तरीय नेताओं को एक साथ लाना है। यह भारत की सेमीकंडक्टर रणनीति और नीतियों को दर्शाता है, जो भारत को सेमीकंडक्टर डिजाइन, विनिर्माण और प्रौद्योगिकी विकास के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाने की परिकल्पना करता है।
30 जुलाई को समाप्त होने वाले तीन दिवसीय सम्मेलन के दौरान, सेमीकंडक्टर चिप, डिस्प्ले फैब, चिप डिजाइन और असेंबली में विशेषज्ञता वाले दुनिया के विभिन्न हिस्सों के विशेषज्ञ भारत में उभरते अवसरों पर अपनी अंतर्दृष्टि साझा करने के लिए जुटेंगे।
फॉक्सकॉन, माइक्रोन, एएमडी, आईबीएम, मार्वेल, वेदांता, एलएएम रिसर्च, एनएक्सपी सेमीकंडक्टर, एसटी माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स, ग्रांटवुड टेक्नोलॉजीज, इनफिनियन टेक्नोलॉजीज और एप्लाइड मैटेरियल्स जैसी प्रमुख कंपनियां इस आयोजन में सक्रिय रूप से भाग लेंगी। नवाचार, साझेदारी और विकास पर जोर देने के साथ, यह सम्मेलन भारत और गुजरात दोनों में सेमीकंडक्टर उद्योग के भविष्य को आकार देने में अत्यंत महत्वपूर्ण है।
गुजरात सरकार ने 22,500 करोड़ रुपये के समझौते पर हस्ताक्षर किये
गुजरात सरकार ने सेमीकंडक्टर चिप की दिग्गज कंपनी माइक्रोन टेक्नोलॉजी के साथ 22,500 करोड़ रुपये के समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर भी हस्ताक्षर किए। एमओयू का उद्देश्य राज्य में एक उन्नत असेंबली, टेस्टिंग, मार्किंग और पैकेजिंग (एटीएमपी) सुविधा स्थापित करना है। इस एमओयू के तहत, यूएस-आधारित फर्म को पूरी परियोजना लागत के लिए केंद्र सरकार से 50 प्रतिशत वित्तीय सहायता प्राप्त होगी, साथ ही राज्य सरकार कुल व्यय का 20 प्रतिशत अतिरिक्त प्रोत्साहन की पेशकश करेगी।