प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन
प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन 2023 प्रवासी भारतीय दिवस 9 जनवरी को हर साल मनाया जाता है। मध्य प्रदेश सरकार इस बार मध्य प्रदेश सरकार के साथ मिलकर इंदौर में 8 जनवरी से तीन दिवसीय 17वीं प्रवासी भारतीय सम्मेलन का आयोजन कर रही है। इस बार इसके सम्मेलन में 500 से ज्यादा प्रवासी भारतीयों ने हिस्सा लिया, जिसको पीएम मोदी ने संबोधित भी किया।
प्रवासी भारतीय दिवस का इतिहास
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी 09 जनवरी 1915 को दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे और वापस आकर देश में आजादी की ज्योति जलाई। प्रवासी भारतीय दिवस उनकी वापसी और स्वतंत्रता संग्राम की शुरुआत की याद में मनाया जाता है। प्रवासी भारतीय दिवस पहली बार 2003 में मनाया गया था और तब से यह हर साल आयोजित किया जाता है। यह कार्यक्रम विदेश मंत्रालय द्वारा CII और अन्य हितधारकों के सहयोग से आयोजित किया जाता है। यह कई सेमिनार, पैनल चर्चा और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करता है। इसमें सांसद, विधायक, व्यापारिक नेता, शिक्षाविद और विदेशों में भारतीय समुदाय के सदस्य भाग लेते हैं।
प्रवासी भारतीय दिवस 2023 की थीम
इस दिन को मनाने के लिए हर साल एक नई थीम चुनी जाती है। प्रवासी भारतीय दिवस 2023 की आधिकारिक थीम "प्रवासी: अमृत काल के युग में भारत की प्रगति के लिए विश्वसनीय भागीदार" है। यह विषय देश के विकास में भारतीय प्रवासी के महत्व पर केंद्रित है।
प्रवासी भारतीय दिवस का महत्व
प्रवासी भारतीय दिवस का मुख्य उद्देश्य भारत सरकार के साथ जुड़ने, अपने अनुभव साझा करने और भारतीय समुदाय की विशेषज्ञता साझा करने के लिए एक मंच प्रदान करना है। इस अवसर पर सरकार भारत की उपलब्धियों और प्रगति को प्रदर्शित करते हुए प्रवासी भारतीयों से निवेश और व्यापार को आकर्षित करने का प्रयास करती है। इस अवसर पर व्यापार, अर्थव्यवस्था, शिक्षा, स्वास्थ्य, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, सांस्कृतिक मुद्दों पर सत्र आयोजित किए जाते हैं।
प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार
इस अवसर पर प्रवासी भारतीय सम्मान देने की भी परंपरा है। यह सम्मान उन प्रवासी भारतीयों को दिया जाता है, जिन्होंने वर्तमान में जिस देश में बसे हुए हैं, उससे अलग भारत के विकास में महत्वपूर्ण योगदान और सेवा की है। यह पुरस्कार समारोह के दौरान भारत के राष्ट्रपति द्वारा दिया जाता है।