राजस्थान के प्रमुख युद्धों के नाम, कब और किसके बीच हुए
यहां पर आपको राजस्थान के इतिहास में हुए प्रमुख युद्धों के नाम, किस वर्ष में हुए, किस-किस के बीच हुए व उसके परिणाम के बारे में सामान्य अध्यन्न की महत्वपूर्ण जानकारी दे रहे है। राजस्थान राज्य की प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रमुख युद्धों के नाम, कब और किसके बीच हुए तथा उसके परिणाम के आधार पर प्रश्न पूछे जाते है। यह पोस्ट अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे:- एसएससी, बैंक, शिक्षक, टीईटी, कैट, यूपीएससी, अन्य सरकारी परीक्षाओं की तैयारी के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
आइये जानते है राजस्थान के इतिहास में कौन-2 से प्रमुख युद्ध कब और किसके बीच हुए तथा उसके परिणाम क्या रहे|
राजस्थान के इतिहास के प्रमुख युद्ध कब और किसके बीच हुए की सूची:
समय | युद्ध का नाम | किस-किस के बीच हुए |
1178 ई. | माउंट आबु का युद्ध | - |
1191 ई. | तराइन का प्रथम युद्ध | मोहम्मद गोरी व पृथ्वीराज चौहान के बीच युद्ध हुआ जिसमें पृथ्वीराज चौहान की विजय हुई। |
1192 ई. | तराइन का द्वितीय युद्ध | मोहम्मद गोरी व पृथ्वीराज चौहान के बीच युद्ध हुआ जिसमें मोहम्मद गौरी की विजय हुई। |
1194 ई. | चन्दावर का युद्ध | मोहम्मद गोरी व पृथ्वीराज चौहान के बीच युद्ध हुआ जिसमें मोहम्मद गौरी की विजय हुई। |
1301 ई. | रणथम्भौर का युद्ध | हम्मीर चौहान और अलाउद्दीन खिलजी के बीच युद्ध हुआ जिसमें अलाउद्दीन खिलजी की विजय हुई। |
1303 ई. | चित्तौड़ का युद्ध | रतन सिंह व अलाउद्दीन खिलजी के बीच युद्ध हुआ जिसमें अलाउद्दीन खिलजी की विजय हुई। |
1308 ई. | सिवाना का युद्ध (बाड़मेर) | खिलजी और सातलदेव के बीच हुआ था, जिसमें अलाउद्दीन खिलजी की विजय हुई। |
1311-12 ई. | जालौर का युद्ध | अलाउदीन खिलजी और कान्हडदेव के बीच हुआ था, जिसमें अलाउद्दीन खिलजी की विजय हुई। |
1437 ई. | सारंगपुर का युद्ध | महाराणा कुम्भा व महमूद खिलजी के बीच हुआ था, जिसमें महाराणा कुम्भा की विजय हुई। |
1517 ई. | खतौली का युद्ध(कोटा) | खतौली का युद्ध इब्राहीम लोदी व राणा साँगा के बीच युद्ध हुआ जिसमें राणा सांगा की विजय हुई। |
1518 ई. | बाड़ी का युद्ध (धौलपुर) | बाड़ी का युद्ध दिल्ली के सुल्तान राणा साँगा व मइब्राहीम लोदी के बीच युद्ध हुआ जिसमें राणा सांगा की विजय हुई। |
1519 ई. | गागरोन का युद्ध (झालावाड़) | राणा सांगा व महमूद खिलजी II के बीच युद्ध हुआ, जिसमें राणा सांगा की विजय हुई। |
फरवरी, 1527 ई. | बयाना का युद्ध | बयाना का युद्ध मेवाड़ के राणा सांगा व मुगल शासक बाबर के मध्य हुआ, जिसमें राणा सांगा की विजय हुई। |
1527 ई. | खानवा का युद्ध | बाबर व राणा सांगा के बीच युद्ध हुआ जिसमें बाबर की विजय हुई। |
1541 ई. | पाहेबा का युद्ध | राव जैतसी और मालदेव के बीच युद्ध हुआ था। |
1544 ई. | सामेल (जौतारण) का युद्ध | मालदेव तथा शेरशाह सूरी के बीच युद्ध हुआ जिसमें शेरशाह सूरी की विजय हुई। |
25 जनवरी, 1557 ई. | हरमाड़ा का युद्ध | हाजी खाँ और राणा उदय सिंह के बीच युद्ध हुआ जिसमें हाजी खाँ की विजय हुई। |
18 जून, 1576 ई. | हल्दी घाटी का युद्ध | अकबर और महाराणा प्रताप के बीच युद्ध हुआ जिसमें अकबर की विजय हुई। |
1578 ई. | कुम्भलगढ़ का युद्ध | शाहबाज खा और महाराणा प्रताप के बीच युद्ध हुआ जिसमें शाहबाज खा की विजय हुई। |
1582 ई. | दिबेर का युद्ध | दिबेर का युद्ध 1582 ई. में हुआ था, जिसमें महाराणा प्रताप की विजय हुई थी। |
1644 ई. | मतीरे का युद्ध(बीकानेर) | कर्णसिंह और अमर सिंह राठौर के बीच मे हुआ था, जिसमें अमर सिंह राठौर की विजय हुई। |
14 मार्च, 1659 ई. | दौराई का युद्ध (अजमेर के निकट) | औरंगजेब व दाराशिकोह के बीच युद्ध हुआ जिसमें औरंगजेब की विजय हुई। |
1715 ई. | पिलसूद का युद्ध | सवाई जयसिंह और मराठो के बीच युद्ध हुआ था, जिसमें सवाई जयसिंह की विजय हुई। |
1732 ई. | मंदसौर का युद्ध | सवाई जयसिंह और मराठो के बीच युद्ध हुआ था, जिसमें सवाई जयसिंह की विजय हुई। |
1735 ई. | मुकंदरा का युद्ध | - |
1747 ई. | राजमहल का युद्ध | इश्वरीसिंह (जयपुर) व माधोसिंह (जयपुर) दोनों भाई के बीच हुआ था, जिसमें इश्वरीसिंह की विजय हुई। |
03 मार्च, 1748 ई. | मानपुर का युद्ध | ईश्वर सिंह व अहमदशाह अब्दाली के बीच युद्ध हुआ जिसमें ईश्वर सिंह की विजय हुई। |
मार्च 1748 ई. | बगरु का युद्ध | ईश्वर सिंह व माधोसिंह के बीच युद्ध हुआ था, जिसमें माधोसिंह की विजय हुई। |
24 अप्रैल, 1750 ई. | पीपाड़ का युद्ध | बख्तसिंह व रामसिंह के बीच हुआ था, जिसमें रामसिंह की विजय हुई। |
1761 ई. | भटवाडा का युद्ध | शत्रुशाल व माधोसिंह के बीच हुआ था, जिसमें शत्रुशाल की विजय हुई। |
फरवरी, 1768 ई. | कामा का युद्ध | माधोसिंह व जवाहरसिंह के बीच युद्ध हुआ जिसमें माधोसिंह की विजय हुई। |
1787 ई. | तुंगा का युद्ध | कछवाहा सेना और मराठाओं के बीच मे हुआ था, जिसमें कछवाहा सेना की विजय हुई थी। |
1803 ई. | लॉसवाडी का युद्ध | कर्नल टॉड और सिंधिया के बीच मे हुआ था। |
1807 ई. | गिंगोली का युद्ध | जयपुर के महाराजा जगतसिंह द्वितीय व जोधपुर महाराजा मानसिंह राठौड़ के बीच हुआ था, जिसमें जयपुर के महाराजा जगतसिंह की विजय हुई थी। (यह युद्ध मेवाड़ महाराजा भीमसिंह की राजकुमारी कृष्णा कुमारी के विवाह के विवाद में हुआ था।) |
08 सितम्बर 1857 | बिथोरा (बिथौड़ा) का युद्ध (पाली) | ठाकुर कुशाल सिंह और कैप्टन हीथकोट के मध्य हुआ था, जिसमें ठाकुर कुशाल सिंह की विजय हुई थी। |
08 सितम्बर 1857 | चेलावास का युद्ध | ठाकुर कुशाल सिंह व ए. जी. जी. जार्ज पैट्रिक लारेन्स के मध्य हुआ था, जिसमें ठाकुर कुशाल सिंह की विजय हुई थी। |
राजस्थान का संक्षिप्त इतिहास:
- प्राचीन समय में राजस्थान में आदिवासी कबीलों का शासन हुआ करता था।
- लगभग 2500 ईसा पूर्व से पहले राजस्थान को बासया गया था।
- लगभग 2500 ईसा पूर्व उत्तरी राजस्थान में सिंधु घाटी सभ्यता की नींव रखी गई थी।
- भील और मीणा जनजाति के लोग इस क्षेत्र में रहने के लिए सबसे पहले आए थे।
- प्राचीनतम साहित्य आर्यों के धर्मग्रंथ ऋग्वेद में मत्स्य जनपद का उल्लेख किया गया है, जो वर्तमान राजस्थान के स्थान पर अवस्थित था।
- लगभग 11 वी शताब्दी से पहले तक दक्षिणी राजस्थान पर भील राजाओं का शासन हुआ करता था।
- ब्रिटिशकाल में राजस्थान को 'राजपूताना' नाम से जाना जाता था।
- राजस्थान के इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज करने वाले राजा महाराणा प्रताप और महाराणा सांगा, महाराजा सूरजमल, महाराजा जवाहर सिंह अपनी असाधारण राज्यभक्ति और शौर्य के लिये जाने जाते थे।
अब संबंधित प्रश्नों का अभ्यास करें और देखें कि आपने क्या सीखा?
☞ राजस्थान के युद्ध से संबंधित प्रश्न उत्तर 🔗
यह भी पढ़ें:
- प्रथम विश्व युद्ध क्यों हुआ, कारण, परिणाम व महत्वपूर्ण तथ्य 🔗
- द्वितीय विश्व युद्ध क्यों हुआ, कारण, प्रभाव परिणाम व महत्वपूर्ण तथ्य 🔗
- शीत युद्ध का इतिहास, कारण और परिणाम 🔗
- विश्व इतिहास के प्रमुख युद्ध कब और किसके बीच हुए 🔗
प्रश्नोत्तर (FAQs):
राजस्थान के माउंट आबू में प्रसिद्ध दिलवाड़ा मंदिर का निर्माण 13वीं शताब्दी में गुजरात के बाघेल वंश के शासक वीरधवल के दो मंत्रियों वस्तुपाल और तेजपाल ने करवाया था।
शूर वीर
तराइन की पहली लड़ाई 1191 में लड़ी गई थी। तराइन की पहली लड़ाई में चौहान राजा पृथ्वीराज चौहान ने गौरी राजा मुहम्मद गोरी को हराया था।
खानवा के युद्ध में बाबर द्वारा पराजित राजपूत राजा राणा सांगा था। खानवा की लड़ाई बाबर के अधीन मुगल सेना और मेवाड़ के राणा सांगा के अधीन राजपूत गठबंधन के बीच लड़ी गई थी। यह लड़ाई 16 मार्च 1527 को लड़ी गई थी। यह मुगल सेना की निर्णायक जीत के साथ समाप्त हुई।
विजय स्तंभ भारत के राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में स्थित एक स्तंभ या मीनार है। इसे मेवाड़ राजा राणा कुम्भा ने 1440-1448 के बीच सारंगपुर की लड़ाई में महमूद खिलजी के नेतृत्व वाली मालवा सेना पर अपनी जीत के स्मारक के रूप में बनवाया था।